दक्षा वैदकर
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ सीरियल का रविवार का एपिसोड अच्छी सीख दे गया. एपिसोड में बताया जाता है कि जेठालाल पास में रहनेवाली बबीता जी को चोकोमोको चॉकलेट का डिब्बा गिफ्ट करते हैं, क्योंकि वह उन्हें बहुत पसंद है.
घर पहुंचने के बाद वे पत्नी दया के कहने पर उन्हें फोन लगा कर पूछते भी हैं कि चॉकलेट कैसी लगी और बबीता जी बड़े प्यार से कहती हैं कि बहुत अच्छी लगी. लेकिन जब जेठालाल सुबह सात बजे बाबूजी को छोड़ कर घर आ रहे होते हैं, तो उन्हें कचरे के ढेर में वह चॉकलेट का डिब्बा नजर आता है, जेठालाल का दिल टूट जाता है.
रोने जैसी हालत हो जाती है. वह दोस्त तारक मेहता को फोन लगाते हैं, ताकि उसे अपने दिल का हाल बता सकें. तारक भाई आते हैं और दोनों सुबह टैक्सी में घूमते हुए इस पूरी घटना पर चर्चा करते हैं.
तारक उन्हें समझाते हैं कि जा कर बबीता जी और उनके पति अय्यर भाई साहब से बात करें और पता करें कि उन्होंने डिब्बा क्यों फेंका? लेकिन जेठालाल कहते हैं कि जब उन्हें हमसे रिश्ता ही नहीं रखना, हमारी चॉकलेट खाना भी उन्हें पसंद नहीं, तो हम भी उनसे अब कोई रिश्ता नहीं रखेंगे. ये फाइनल डिसीजन है.
दोनों जब गोकुलधाम सोसायटी पहुंचते हैं, तो देखते हैं कि बबीता जी और अय्यर भाई साहब उनके पास आ रहे हैं. वे जेठालाल को रसगुल्ले का डिब्बा गिफ्ट करते हैं, लेकिन जेठालाल उनके सामने ही ये गिफ्ट अब्दुल भाई को दे देते हैं. बबीता जी को तकलीफ होती है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया.
वह उनसे वजह पूछती है कि आपने मेरा गिफ्ट किसी और को क्यों दे दिया. तब जेठालाल कहते हैं कि मैंने तो सिर्फ किसी को गिफ्ट दिया है और आपने तो मेरा गिफ्ट कचरे में फेंक दिया था.
तब जेठालाल की पत्नी दया भाभी दौड़ती हुई आती हैं और बताती हैं कि उस चॉकलेट की एक्सपायरी डेट जा चुकी थी. अगर अभी बबीता जी उसे खाती, तो उन्हें फूड पॉयजनिंग हो सकती है. उन्होंने सुबह ही मुङो फोन कर यह बताया कि उन्हें चॉकलेट फेंकनी पड़ी है. जेठालाल अपनी इस गलती के लिए माफी मांगते हैं.
बात पते की..
– गलतफहमियां अच्छे-खासे रिश्तों को तोड़ सकती हैं. इससे बचने का एक ही तरीका है और वह बातचीत. कभी भी बातचीत बंद न करें.
– जो चीजें हमें नजर आती हैं, जरूरी नहीं कि वह सब सच हो. उसके पीछे कोई वजह भी हो सकती है. बिना वजह जाने कोई डिसीजन न लें.