दक्षा वैदकर
एक शिक्षिका ने अपनी कक्षा के उन सभी छात्रों का सम्मान करने का निर्णय लिया, जिन्होंने उसके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. सबसे पहले उसने सभी को बताया कि किस तरह उन्होंने उसके जीवन में प्रभाव डाला. इसके बाद उसने उन्हें नीला फीता भेंट किया, जिस पर सुनहरे अक्षरों में लिखा था- ‘मेरे जीवन पर प्रभाव डालने वाले.’ इसके बाद उस शिक्षिका ने एक प्रोजेक्ट करने का निर्णय लिया.
उसने हर छात्र को तीन नीले फीते दिये और उन्हें बाहर जाकर इस सम्मान समारोह को और आगे बढ़ाने का निर्देश दिया. कक्षा का एक छात्र स्कूल के पास स्थित एक कंपनी में गया, जिसने उसके कैरियर को संवारने में सहायता की थी. छात्र ने उस कंपनी के जूनियर कर्मचारी को सम्मानित किया. फिर उसने उस कर्मचारी को दो बचे हुए फीते दे कर कहा कि, ‘हम लोग सम्मान करने का प्रोजेक्ट कर रहे हैं. मैं चाहता हूं कि आप भी किसी ऐसे को सम्मानित करें.’
बाद में वह जूनियर कर्मचारी अपने बॉस के पास गया और बोला कि मैं आपकी समझदारी व सज्जनता से प्रभावित हूं. बॉस को बहुत आश्चर्य हुआ. फिर उस जूनियर कर्मचारी ने अपने बॉस को नीला फीता भेंट किया और दूसरा फीता हाथ में दे कर कहा, अब आप भी ये फीता लें और किसी ऐसे इंसान को भेंट करें, जिसने आपकी जिंदगी पर गहरा प्रभाव डाला हो.
उस रात बॉस सीधा अपने बेटे के कमरे में पहुंचा और उसे सुबह की पूरी घटना बतायी. उसने कहा, मैं सोच रहा था कि यह फीता किसे दूं. फिर मैंने निर्णय लिया कि मैं यह फीता तुम्हें दूंगा. मैं ऑफिस के काम के चक्कर में तुम्हारे ऊपर ध्यान नहीं दे पाता.
कभी-कभी रूम गंदा रखने के लिए मैं तुम्हें डांटता भी हूं.. लेकिन आज मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि तुमने मेरे जीवन में गहरा प्रभाव डाला है. तुम बहुत अच्छे हो और मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं. अपने पिता की बात सुन कर बालक भौंचक्का रह गया और सुबक-सुबक कर रोने लगा. उसने रोते हुए कहा- पापा, मैं कल आत्महत्या करने वाला था, क्योंकि मुङो ऐसा लगता था कि आपको मुझसे प्यार नहीं. अब मैंने आत्महत्या का विचार त्याग दिया.
बात पते की..
– यह कहानी सीख देती है कि जिस भी इंसान ने आपके जीवन में प्रभाव डाला हो, उसे यह जरूर बतायें. ये जाहिर करना बहुत जरूरी है.
– लोगों को दिया गया आपका छोटा-सा सम्मान, उनके जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल सकता है. अपना प्यार लोगों को खुल कर बतायें.