सब्जियों का राजा कहे जानेवाले बैंगन के औषधीय गुण भी हो सकते हैं, इस बात को बहुत कम लोग जानते होंगे. देश में लगभग हर रसोई में बैंगन को सब्जी के तौर पर पकाया जाता है, लेकिन सुदूर आदिवासी अंचलों में इसे अनेक हर्बल नुसखों के तौर पर अपनाया जाता है. चूल्हे पर भुने हुए बैंगन में थोड़ी-सी शक्कर डाल कर सुबह खाली पेट खाने की सलाह देते हैं, उनका मानना है कि ऐसा करने से शरीर में रक्त की कमी दूर हो जाती है, वैसे अकसर हर्बल जानकार इस फामरूले को मलेरिया रोग के इलाज के बाद देते हैं.
आग पर भुने हुए बैंगन में स्वादानुसार शहद डाल कर रात में खाने से नींद अच्छी तरह से आती है. आहारविद् के अनुसार बैंगन नींद न आने की बीमारी को दूर करने में काफी कारगर सिद्ध होता है.
बैंगन में फाइबर की प्रचुर मात्र पायी जाती है और इसमें पाये जाने वाले काबरेहाइड्रेड अल्प मात्र में घुलनशील प्रकृति का होता है, इसलिए इसे डायबिटीज के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त रोगियों को नित्य बैंगन सेवन से शर्करा नियंत्रण में काफी मदद मिलती है.
बैंगन का सेवन हाइ ब्लडप्रेशर और हृदयरोगियों के लिए उत्तम है. आधुनिक विज्ञान भी इस बात की पैरवी करता है. अक्सर देखा गया है कि शरीर में लौह तत्वों की अधिकता नुकसान करती है और ऐसे में नासुनिन नामक रसायन जो बैंगन में पाया जाता है, यह शरीर के लौह तत्वों की अधिकता को नियंत्रित करता है और इसे सामान्य बनाने में मदद करता है. इस वजह से हृदय संचालन सामान्य रहता है और हाइ ब्लडप्रेशर भी नियंत्रित रहता है.
यदि किसी वजह से किसी ने जहरीले मशरूम का सेवन कर लिया हो तो उस व्यक्ति को तुरंत भुने हुए बैंगन को मसल कर खिलाना चाहिए. इससे मशरूम का जहरीला असर खत्म हो जाता है.