नेत्रहीनों के पढ़ने के लिए अभी तक सिर्फ ब्रेल लिपि ही है, जिसके जरिये वे छूकर पढ़ सकते हैं. लेकिन इस लिपि में किताब का प्रकाशन करना उतना ही जटिल कार्य है. इस कार्य को आसान बनाने का कार्य किया है भारतीय मूल के अमेरिकी छात्र शुभम बनर्जी ने.
शुभम अभी मात्र 13 साल का है और कैलीफोर्निया के एक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता है. उसने बहुत कम कीमत में ब्रेल प्रिंटर तैयार कर दिया है. इस काम के कारण माइक्रोसॉफट कंपनी ने उसे अपने साथ जोड़ा है. वह अभी इस प्रिंटर को विंडोज के साथ इंटीग्रेट करने का कार्य कर रहा है.
माइक्रोसॉफ्ट के साथ कर रहा है विकसित
उपभोक्ताओं को ध्यान में रख कर इसे काफी आधुनिक तकनीक से बनाया गया है. इसमें इंटेल का चिप लगाया गया है. यह पिंट्रर पोर्टेबल है और यह प्रिंट करते समय बिल्कुल आवाज नहीं करता है. अभी अधिकतर ऑफिस या अन्य संस्थानों में विंडोज बेस्ड कंप्यूटरों का प्रयोग होता है.
इसी कारण शुभम अभी माइक्रोसॉफ्ट की टीम के साथ इसे इंटीग्रेट करने में जुटा है, ताकि इसे कहीं भी आसानी से प्रयोग किया जा सके. इसकी कीमत 500 डॉलर (32 हजार रुपये) है. कम कीमत के कारण अब यह प्रिंटर विकासशील देशों में भी उपलब्ध हो सकेंगे. इस प्रिंटर के इस साल के नवंबर तक आने की उम्मीद है.