मालदा : फरक्का बैरेज ने मालदा में बांध निर्माण व मरम्मती के कार्य से अपना मुंह मोड़ लिया है. जिससे बांध निर्माण कार्य को लेकर संशय बना हुआ है. समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन ने 100 दिन गारंटी योजना के तहत नदी के बांध मरम्मती का फैसला लिया है.
जिन सब इलाकों को बांध कमजोर हो गया है उन इलाकों को चिह्न् कर सबंधित इलाके के बीडीओ से रिपार्ट मांगा गया है. साथ ही सिंचाई दफ्तर से भी रिपोर्ट मांगा गया है. सभी रिपोर्ट मिलने के बाद ही बांध मरम्मती का काम शुरू किया जायेगा.
जिला शासक गोदाला किरण कुमार ने बताया कि बीते शनिवार को सर्किट हाउस में बाढ़ व तट कटाव के रोकथाम को लेकर एक बैठक की गयी थी. बैठक में फरक्का बैरेज के जनरल मैनेजर उपस्थित थे. उन्होंने साफ कह दिया है कि इस साल भूतनी में वे कोई काम नहीं करनेवाले हैं. काम के लिए उन्हें केंद्रीय वित्तीय मंत्रलय से कोई निर्देश नहीं आया है.
सिंचाई दफ्तर के अनुसार मालदा जिले के कई इलाकों में नदी के बांधों की हालत दयनीय है. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से इलाकों में पानी घुसने की संभावना बनी हुई है. जिलाशासक ने बताया कि मानिकचक ब्लॉक के भूतनी इलाके में तकरीबन एक लाख लोग रहते हैं.
राज्य के दोनों मंत्री कृष्णोंदु चौधरी व सावित्री मित्र की मौजूदगी में फैसला लिया गया है कि जिन इलाकों में बांधों की हालत दयनीय है वहां 100 दिन गारंटी परियोजना के तहत काम शुरू किया जायेगा. बीडीओ व सिंचाई दफ्तर से रिपोर्ट मांगा गया है. रिपोर्ट मिलते ही एनआरईजीएस के रुपये से बांध मरम्मती का काम किया जायेगा.