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माध्यमिक शिक्षक संघ का एलान, 3000 हाइस्कूलों में भी 15 से ठप होगी पढ़ाई

पटना: सरकार की ओर से कार्रवाई का आदेश जारी होने के बावजूद तमाम शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर आंदोलन तेज करने का फैसला किया है. एक ओर जहां नियोजित शिक्षकों ने 15 अप्रैल को बिहार बंद करने की घोषणा की है, तो दूसरी ओर नियोजित शिक्षकों की मांगों के समर्थन में बिहार माध्यमिक शिक्षक […]

पटना: सरकार की ओर से कार्रवाई का आदेश जारी होने के बावजूद तमाम शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर आंदोलन तेज करने का फैसला किया है. एक ओर जहां नियोजित शिक्षकों ने 15 अप्रैल को बिहार बंद करने की घोषणा की है, तो दूसरी ओर नियोजित शिक्षकों की मांगों के समर्थन में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी 3000 हाइस्कूलों में 15 अप्रैल से पढ़ाई पूरी तरह से ठप करने का एलान किया है.

वहीं समान कार्य, समान वेतन की मांग को लेकर नियोजित शिक्षकों का आंदोलन पूरे प्रदेश में 15 अप्रैल से शुरू होगा. साथ ही माध्यमिक शिक्षक और नियोजित शिक्षकों ने इंटरमीडिएट और मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य का भी बहिष्कार किया है. ज्ञात हो कि इंटरमीडिएट का मूल्यांकन कार्य चल रहा है और मैट्रिक का मूल्यांकन कार्य 15 अप्रैल से शुरू करने की घोषणा पहले ही घोषणा की जा चुकी है. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 15 अप्रैल से राज्य के तीन हजार सरकारी हाइस्कूलों में पढ़ाई ठप कर दी जायेगी. इसके बाद चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जायेगा. अगर सरकार 30 मई तक हमारी मांगों को नहीं माना, तो एक मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जायेगी. 15 अप्रैल से 18 अप्रैल तक प्रदेश के जिला मुख्यालय में शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी धरना देंगे. इसके बाद 20 से 22 अप्रैल तक विधानमंडल के समक्ष प्रमंडलवार धरना दिया जायेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में संघ के महासचिव केदारनाथ पांडेय भी मौजूद थे.

माध्यमिक शिक्षक संघ कार्यालय में तालाबंदी और विरोध का चलता रहा दौर
आंदोलन जल्द-से-जल्द शुरू करने लिए माध्यमिक शिक्षक संघ कार्यालय में एक घंटे के लिए तालाबंदी भी की गयी. शिक्षकों की मांग थी कि संघ आंदोलन को तेज करे और सरकार पर दबाव बनाये. दो बजे से 3 बजे तक संघ कार्यालय में शिक्षकों ने तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया. संघ के अध्यक्ष और महासचिव के समझाने और आंदोलन की नीति की जानकारी देने के बाद शिक्षक वापस हुए. संघ के महासचिव केदारनाथ पांडेय ने बताया कि हमारा आंदोलन पूरी तरह से अनुशासित और शांतिपूर्ण रहेगा. किसी भी तरह की तोड़फोड़, हिंसात्मक कार्रवाई नहीं की जायेगी.
नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा 15 से करेगा बिहार बंद
बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा ( बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ, नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ) ने रविवार को 15 अप्रैल को बिहार बंद करने की घोषणा की. केदार भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा मोरचा के संयोजक सह बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने किया. उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में चार लाख प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष समान कार्य के लिए समान वेतन प्रणाली लागू करने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. इस बीच सरकार के साथ कई बार लिखित वार्ता भी हुई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. 15 अप्रैल को बिहार बंद के साथ स्कूल की सारी व्यवस्था को ठप रखी जायेगी. इस मौके पर मोरचा के दोनों घटकों के प्रांतीय नेता राकेश कुमार, अनवार करीम, विपिन प्रसाद, शंभु यादव आदि मौजूद थे.
नियोजित शिक्षक महासंघ को समर्थन देगा टीइटी और एसटीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ 14 अप्रैल को जन सत्याग्रह करेंगे टीइटी-एसटीइटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक टीइटी और एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ की राज्य कमेटी की बैठक संघ के कार्यालय में की गयी. बैठक में हड़ताल को तेज करने की आह्वान किया गया. संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्केडय पाठक ने बताया कि राज्य भर में 14 अप्रैल से आंदोलन तेज किया जायेगा. 14 अप्रैल को जन सत्याग्रह, 15 अप्रैल को कैंडल मार्च, 16 को भिक्षाटन, 17 अप्रैल को सफाई, 18 अप्रैल को उपवास, 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का अर्थी जुलूस निकाला जायेगा. इधर बिहार राज्य टीइटी और एसटीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ ने नियोजित शिक्षक महासंघ की ओर से की जा रही तालाबंदी का समर्थन देने की घोषणा की गयी है. गांधी मैदान में आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया.
शिक्षा मंत्री का करेंगे पुतला दहन
बिहार नियोजित शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोरचा के बिहार अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोपगुट) कार्यालय में आयोजित एक बैठक में शिक्षा मंत्री का पुतला दहन करने का निर्णय लिया गया.मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्री का पुतला दहन पूरे बिहार में प्रखंड, अनुमंडल, जिला मुख्यालय में किया जायेगा. उधर, नियोजित शिक्षक न्याय मोरचा ने अनिश्चितकालीन हड़ताल को जारी रखने का निर्णय लिया है. प्रदेश संयोजक शिवेंद्र पाठक ने बताया कि इसको लेकर सभी संगठनों की सोमवार को संयुक्त बैठक बुलायी गयी है.
बिहार बंद को सफल बनायेगा पंचायत और नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ
15 अप्रैल को होने वाले बिहार बंद को सफल बनाने के लिए बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ ने भी अपना समर्थन दे दिया है. कामेश्वर प्रसाद सिंह जिला अध्यक्ष पटना की अध्यक्षता में महासंघ कार्यालय में संघ की बैठक में यह निर्णय लिया गया हैं. संघ की ओर से कहा गया है कि तमाम नियोजित शिक्षकों को इसमें शामिल होने का आह्वान किया गया है.
बिहार बंद का समर्थन नहीं
इधर, परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव आनंद मिश्र ने बताया कि हम 15 को नियोजित शिक्षकों के बिहार बंद का समर्थन नहीं करेंगे. नियोजित शिक्षकों के नाम पर उत्पात मचाया जायेगा, हम उसका समर्थन नहीं करेंगे. हम शैक्षिक व्यवस्था ठप कर पहले ही अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. सड़क पर उतर कर शिक्षकों की छवि खराब नहीं करना चाहते.
वित्तरहित शिक्षक 15 को करेंगे विधानमंडल का घेराव
वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा ने वेतन और सेवा सामंजन की मांग को लेकर 15 अप्रैल को विधानमंडल के समक्ष प्रदर्शन करने की घोषणा की है. इसके साथ मोरचा की ओर से रविवार से आमरण अनशन शुरू किया है. इसकी जानकारी आर ब्लॉक पर मोरचा के अध्यक्ष प्रो राम विनेश्वर सिंह ने दिया. उन्होंने बताया कि पिछले चार वर्षो से बकाया अनुदान का शीघ्र भुगतान, सेवानिवृत्त के बाद पेंशन आदि की भी हम मांग कर रहे हैं. आमरण अनशन करनेवालों में अध्यक्ष के अलावा महासचिव जयनारायण सिंह मधु, रामश्रीपाल सिंह, सुनील कुमार राय, डा. विश्वनाथ प्रसाद सिंह, सुभाष सिंह आदि शामिल हैं.

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