सहज गणितीय मॉडल के द्वारा इनसान के दिमाग की एमआरआइ तसवीर का विश्लेषण करते हुए उसके भीतर हो रहे विचारों की हलचल को जाना जा सकता है. साथ ही, पहले की तुलना में अब यह ज्यादा सटीक तौर पर भी जाना जा सकता है.
‘साइंस डेली’ की एक खबर के मुताबिक, इसके लिए प्रारंभिक तौर पर एमआरआइ स्कैनर्स का इस्तेमाल किया गया है, जो दिमाग के विभिन्न भागों में संबंधित विषयों को जानने के लिए सक्रिय होते हैं.
बताया गया है कि इस स्कैनर से जुड़े कंप्यूटर दिमाग में होनेवाली हलचलों को और यहां तक कि विचारों के तहत बननेवाले अक्षरों को भी पढ़ पाने में सक्षम है. रेडबॉड यूनिवर्सिटी, निजमेगेन के शोधकर्ताओं ने इस प्रयोग में कामयाबी पायी है. शोधकर्ताओं ने स्कैनर से हासिल आंकड़ों का इस्तेमाल करते हुए यह निर्धारित करने में सफलता पायी है और बताया है कि कोई इनसान अपने दिमाग में क्या सोचता है, यह इन आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है.
हालांकि, इससे हासिल परिणाम बिलकुल सटीक नहीं पाये गये हैं, लेकिन कुछ हद तक कामयाबी जरूर मिली है. शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में कंप्यूटर पर छोटे वॉल्यूम्स के मॉडेल्स का उपयोग करने के अलावा हाथ से लिखे हुए शब्दों का भी इस्तेमाल किया है.
दिमाग में पैदा होनेवाले विचारों की डीकोडिंग करनेवाले इस शोध से जुड़े एक वैज्ञानिक का कहना है कि सटीक नतीजों को हासिल करने के लिए व्यापक शोध जारी है और इसके लिए ज्यादा शक्तिशाली एमआरआइ स्कैनर का उपयोग किया जायेगा.
o-proof:no’>का आवंटन हो, तो कुछ राहत मिलेगी.