मुंगेर : पूर्व केंद्रीय मंत्री डीपी यादव की अंत्येष्टि बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंगेर के लालदरवाजा श्मशान घाट में हुई. डीपी यादव अमर रहे के नारों के बीच उनके ज्येष्ठ पुत्र शुमेंदू कुमार ने मुखाग्नि दी. मौके पर पुलिस के जवानों ने उन्हें शस्त्र उलटा कर एवं गोले दाग कर अंतिम सलामी दी. इस मौके पर बड़ी संख्या में राजनेता व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.
डीपी यादव की अंतिम यात्र बुधवार की सुबह उनके संदलपुर स्थित आवास से शुरू हुई. प्रात: 8.30 बजे उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय तिलक मैदान लाया गया. जहां विभिन्न राजनीतिक दल के नेता व कार्यकर्ताओं ने उन्हें अंतिम विदाई दी. तिलक मैदान से जब उनकी यात्र श्मशान घाट के लिए निकली तो लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. जगह–जगह लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की.
लाल दरबाजा श्मशान घाट में जिला पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा की ओर से अंतिम श्रद्धांजलि दी गयी. मौके पर पुलिस के जवानों ने सलामी दी और फिर राष्ट्र ध्वज में लिपटे उनके पार्थिव शरीर से अधिकारियों ने राष्ट्र ध्वज को ससम्मान हटाया.
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व सांसद विजय कृष्ण, राजनीति प्रसाद सिंह, राज्य के पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी, पूर्व विधायक विश्वनाथ गुप्ता, मुंगेर के विधायक अनंत कुमार सत्यार्थी, विधान पार्षद संजय प्रसाद सिंह, सहित बड़ी संख्या में राजनेता मौजूद थे.