काहिरा : मिस्र में हुस्नी मुबारक को सत्ता से बेदखल करने को लेकर हुई क्रांति की चौथी वर्षगांठ के मौके पर देश भर में इस्लामी अतिवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुयी झडपों में मरने वालों की संख्या बढकर 23 हो गयी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज एक बयान जारी कर बताया कि मिस्र के विभिन्न भागों में कल से हो रही झडपों में 23 लोग मारे गए हैं और 97 अन्य घायल हुए हैं.
मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को 2011 में सत्ता से बेदखल होने की याद में आज चौथी वर्षगांठ मनायी जा रही है. इसबीच हिंसाग्रस्त उत्तरी सिनाई प्रांत में कर्फ्यू की अवधि तीन महीने के लिए बढा दी गई है. वामपंथी सोशलिस्ट पॉपुलर एलायंस पार्टी (एसपीएपी) की ओर से आयोजित प्रदर्शन के मौके पर कल काहिरा में सुरक्षाकर्मियों द्वारा भीड को तितर-बितर करने के दौरान एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गयी थी.
पार्टी ने बताया कि इस झडप में एसपीएपी के सदस्य शैमा अल-सब्बाग की मौत हो गयी. सउदी अरब के शाह अब्दुल्ला की मौत के बाद सात दिन के शोक की घोषणा होने के कारण पुलिस दिवस कार्यक्रम को हांलाकि रद्द कर दिया गया है. इसी बीच, हुस्नी मुबारक के दो बेटों को आज जेल से रिहा कर दिया गया. उन्हें करीब चार साल पहले भ्रष्टाचार के मामले में पिता के साथ ही गिरफ्तार कर लिया गया था. गृह मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि आज सुबह तोहराह जेल से 53 वर्षीय अल्ला और 51 वर्षीय गामेल को रिहा कर दिया गया.