कराची:दुनियाभर के तमाम सुपरहीरोज के बीच अब पाकिस्तान की सुपरगर्ल बुर्का एवेंजरने भी कदम रख दिया है. खुद की पहचान छिपाने के लिए बुर्के का इस्तेमाल करनेवाली यह सुपरगर्ल मार्शल आर्ट्स जानती है. यह स्कूल में पढ़ाती है और लड़कियों की शिक्षा का विरोध करनेवालों को सबक भी सिखाती है. यह सुपरगर्ल दरअसल कोई लड़की नहीं, बल्किएक एनिमेटेड चरित्र है
पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की पैरोकार 15 वर्षीय किशोरी मलाला यूसुफजई को तालिबान द्वारा गोली मारे जाने के बाद से यह मुद्दा काफी अहम हो गया है. बुर्का एवेंजर नाम का यह कार्टून कार्यक्र म अगले महीने से जियो चैनल पर प्रसारित होने जा रहा है. इस कार्यक्र म के पीछे पाकिस्तान के युवा पॉप स्टार आरून हारून रशीद की सोच और कड़ी मेहनत है, जिन्होंने पिछले साल इसी नाम से एक आइफोन गेम ऐप तैयार किया था. उन्होंने कहा कि बुर्का एवेंजर दक्षिण एशिया की पहली सुपरगर्ल निंजा है, जो किताब और कलम से दुश्मनों का मुकाबला करेगी. इस कार्टून किरदार के दुश्मन तालिबानी सोच रखनेवाले और लड़कियों की शिक्षा पर पाबंदी लगानेवाले होंगे.
लोहा लेती सुपरगर्ल : जैसा की नाम से पता चलता है बुर्का एवेंजर नाम की यह महिला बुर्के में रहेगी और परदे पर नायिका के रूप में दिखेगी. यह हलवापुर नाम के काल्पनिक शहर में सुपरहीरो और तीन बच्चों के एडवेंचर की कहानी है, जिसमें वे बाबा बंदूक और उनके अनुयायियों से लड़ते हैं, जो कि लड़कियों के स्कूल बंद करवाने पर ऊतारू हैं. असल जीवन में पाकिस्तान में ऐसे किस्से आम हैं. तालिबान में 100 से ज्यादा स्कूल उड़ा दिये गये थे. हालांकि, परदे पर बुर्का एवेंजर की कहानी जमीनी हकीकत से थोड़ी जुदा होगी. पाकिस्तानी समाज में इस मुद्दे को उठाना आरून को सही लगा.