पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और संसदीय कार्य मंत्री सीपी सिंह उनके प्रस्तावक बने. इससे पहले नयी विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने शपथ दिलायी. पांच विधायक नहीं पहुंचे थे, इस कारण वे शपथ नहीं ले पाये. इन्हें बुधवार को शपथ दिलायी जायेगी.
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चौथी विधानसभा का पहला सत्र शुरू, दिनेश उरांव बनेंगे स्पीकर
झारखंड की चौथी विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार को शुरू हो गया. पहले दिन पांच को छोड़ सभी विधायकों ने शपथ ली. प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायी. स्पीकर पद के लिए सभी दलों की सहमति के बाद भाजपा विधायक दिनेश उरांव ने नामांकन दाखिल किया. रांची: सिसई से भाजपा विधायक […]
झारखंड की चौथी विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार को शुरू हो गया. पहले दिन पांच को छोड़ सभी विधायकों ने शपथ ली. प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायी. स्पीकर पद के लिए सभी दलों की सहमति के बाद भाजपा विधायक दिनेश उरांव ने नामांकन दाखिल किया.
रांची: सिसई से भाजपा विधायक दिनेश उरांव विधानसभा के नये अध्यक्ष होंगे. उन्होंने विधानसभा सत्र के पहले दिन मंगलवार को पांच सेटों में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. झामुमो सहित सभी दलों ने दिनेश उरांव का समर्थन किया है. विपक्ष ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. दिनेश उरांव के नये स्पीकर के चयन की औपचारिक प्रक्रिया बुधवार को पूरी की जायेगी.
सीपी सिंह व हेमंत बने प्रस्तावक : दिनेश उरांव ने निर्धारित समय दिन के 12 बजे से पहले पांच सेटों में नामांकन दाखिल किया है. भाजपा की ओर से दो, आजसू व झामुमो की ओर से एक-एक और कांग्रेस व झाविमो की ओर से एक सेट में नामांकन पत्र भरा.
दिनेश उरांव को सर्वसम्मति से स्पीकर पद का प्रत्याशी चुना गया. यह संसदीय लोकतंत्र के लिए अच्छी बात है. एक बार फिर झारखंड विधानसभा में यह परंपरा कायम रही. सत्ता पक्ष और विपक्ष ने मिल कर सकारात्मक भूमिका निभायी है. – सीपी सिंह, संसदीय कार्य मंत्री
विधानसभा में कब क्या
सात जनवरी : स्पीकर पद का चयन. बचे विधायकों को शपथ दिलायी जायेगी
आठ जनवरी : राज्यपाल का अभिभाषण. अनुपूरक बजट पेश किया जायेगा
नौ जनवरी : राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद अनुपूरक बजट पास कराया जायेगा
उम्मीद पर खरा उतरने का करूंगा प्रयास : दिनेश
स्पीकर पद के नामांकन दाखिल करने के बाद भाजपा विधायक दिनेश उरांव ने सभी सदस्यों के प्रति आभार जताया. कहा : विधायकों ने मुझ पर आस्था जता कर संवैधानिक दायित्व निभाने का अवसर दिया है. जिस उम्मीद और आशा के साथ सदस्यों ने सहयोग दिया है, उस पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा.
गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं, फिर शिक्षक बने
रांची/ गुमला: सिसई विधानसभा से भाजपा के विधायक दिनेश उरांव (जिनका विधानसभा अध्यक्ष बनना लगभग तय है) प्रतिभा के धनी रहे हैं. वे न सिर्फ कॉलेज में शिक्षक रहे हैं, बल्कि बीए की परीक्षा में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया था. वे मुरगु अंबाटोली (गुमला) के मूल निवासी हैं. दिनेश की शिक्षा गांव के स्कूल से शुरू हुई थी. पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद उसका नामांकन भरनो प्रखंड के पहाड़ा बंगरु स्कूल में हुई.
इसके बाद संत तुलसी दास उच्च विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा पास की. इंटर से बीए तक की पढ़ाई रांची कॉलेज से की. जहां बीए में दिनेश उरांव गोल्ड मेडलिस्ट रहे. 1985 में मानव शास्त्र विषय में स्नातकोत्तर करने के बाद वे छात्र नेता के रूप में उभरे और आजसू पार्टी के साथ जुड़ कर झारखंड आंदोलन में शामिल हुए. इसी बीच 1989 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. 1991 में ललित उरांव के सांसद बनने पर सिसई विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े. उक्त चुनाव में दिनेश उरांव कांग्रेस प्रत्याशी बंदी उरांव से हार गये. इसके बाद वे पुन: 1995 में चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन फिर उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद वर्ष 2000 में तीसरी बार चुनाव में खड़ा होने के बाद दिनेश ने बंदी उरांव को हराया और पहली बार विधायक बने. विधायक बनने के बाद उनका कार्यकाल बेहतर रहा. लेकिन वर्ष 2005 में टिकट नहीं मिलने के कारण वे चुनाव में खड़ा नहीं हो सके. वहीं 1985 से वर्ष 2000 तक बीएन जालान कॉलेज में मानव शास्त्र प्रयोग शास्त्र प्रभारी भी रह चुके हैं. वर्ष 2008 से वह जेएन कॉलेज धुर्वा में मानव शास्त्र के शिक्षक हैं. रांची विश्वविद्यालय में 23 अक्तूबर 2011 से सिंडिकेट सदस्य भी हैं.
उपलब्धि
दिनेश उरांव वर्ष 2000 से 2005 तक विधायक रहे. वर्ष 2001 से मार्च 2005 तक टीएसी के सदस्य रहे. दिनेश उरांव राज्य बीस सूत्री के उपाध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं.
परिवार
दिनेश के एक पुत्र व तीन पुत्री हैं. माता फगनी देवी व पत्नी पुष्पा देवी हैं. दिनेश उरांव के एक छोटे भाई विजय दर्शन कुजूर व तीन बहनें शिरोमनी देवी, संता देवी व रानी देवी हैं.
भाई को गोद में खेलाया, वह स्पीकर बन रहा है: पैरो
दिनेश उरांव की बड़ी बहन पैरो उरांव ने कहा कि भाई के स्पीकर बनने से राज्य के अलावा अपने गांव का भला होगा. मैंने जिस छोटे भाई को गोद में खेलाया, वह आज विधायक और अब स्पीकर बन रहा है. चचेरे बड़े भाई सुखन उरांव, प्रेम उरांव, दिलीप नाथ भगत, बुधनाथ भगत ने कहा कि हम सभी एक साथ इस गांव की मिट्टी में खेलकूद कर बड़े हुए हैं.
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