दुनिया के पचास से ज्यादा ऐसे देश हैं, जहां जुगाड़ टेक्नोलॉजी के पेटेंट की व्यवस्था है.
भारत में भी इस तरह के पेटेंट हो रहे हैं. जुगाड़ टेक्नोलॉजी को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बहस हो रही है. सेमिनार हो रहे हैं. कार्यशालाएं हो रही हैं. इंजीनियरिंग और कृषि क्षेत्र के बडे-बडे विश्वविद्यालय और वैज्ञानिक जुगाड़ टेक्नोलॉजी को मान्यता दिलाने और लोक विज्ञानियों को पहचान देने में लगे हैं. केंद्र सरकार का वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय जुगाड़ क्षेत्र में संभावनाएं देख रहा है. वह इसे बढ़ावा देने में लगा है.
पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें