दक्षा वैदकर
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के सीइओ सत्या नाडेला ने सुझाव दिया था कि कर्मचारियों को सैलेरी बढ़वाने के लिए अच्छे कर्मो पर विश्वास करना चाहिए, न कि किसी से सिफारिश करनी चाहिए. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आप जिस सैलेरी के हकदार हैं, उसे पाने के लिए क्या प्रयास किये जाएं. सबसे जरूरी बात है नियमों को जानना. अगर आपको कंपनी के सैलेरी से जुड़े नियमों के बारे में जानकारी नहीं है, तो आप नेगोशिएट नहीं कर सकते.
इसलिए कंपनी के कंपनसेशन स्ट्रक्चर, अलग-अलग लेवल्स पर सैलेरी के फर्क और जिम्मेवारियों को समङों. अपने ‘की रिजल्ट एरिया’ को पता करें और उन्हें प्राप्त करने पर मिलने वाले रिवॉर्ड की पॉलिसी पता करें. दूसरी जरूरी बात यह है कि अपना बेस्ट परफॉर्मेस दें. सैलेरी बढ़वाने के लिए डॉक्यूमेंटेड परफॉर्मेस पर जोर दें. अपने रिजल्ट्स में सुधार लाने का प्रयास करें. आपकी सैलेरी इस बात पर निर्भर करती है कि आपके साथ-साथ आपकी टीम और कंपनी कैसा परफॉर्म कर रही है. इसलिए अपने प्रयासों से टीम व बॉस के गोल्स को हासिल करने में मदद करें. तीसरी बात, आपको पता होना चाहिए कि कंपनी ने पिछले तीन सालों में लोगों की सैलेरी कितनी बढ़ायी है.
अगर आपको सैलेरी में इजाफे के ट्रेंड के बारे में जानकारी होगी, तो आप उसी अनुरूप अपनी बात रख सकेंगे. अपनी स्किल्स और अपने लेवल के अन्य लोगों को इंडस्ट्री में कितना वेतन मिल रहा है, इस पर भी गौर करें. एक बात और है जिस पर ध्यान देना जरूरी है- ‘खुद को पहचानें’. अपनी कमियों की जानकारी रखें. क्या आप अथॉरिटी से बात करने में ङिाझकते हैं? क्या सैलेरी बढ़वाने की बातचीत को गैर-जरूरी समझते हैं या हर बात को पर्सनल लेते हैं, तो ऐसी एप्रोच पर काम करें, जो आपको मजबूत बनाये और कमजोरियों को दूर रखे. खुद को पहचाने बिना आप दूसरों को प्रभावित नहीं कर पायेंगे. सैलरी बढ़वाने की बातचीत को बिजनेस मीटिंग की तरह लें. खुद को सही तरह से पेश करें. आपकी हर बात के पीछे एक लॉजिक होना चाहिए. अपनी जरूरतें बताने के बजाय अपने काम को दर्शाएं. इससे बॉस के सामने आपकी एक मजबूत छवि बनेगी.
daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in
बात पते की..
सैलेरी बढ़वाने की बात करने के पहले दोस्तों के साथ रिहर्सल करें. इससे आत्मविश्वास आयेगा. बॉस के लॉजिकल सवालों के जवाब तैयार रखें.
बॉस के स्वभाव को भी समझ लें कि उन्हें डायरेक्ट मीटिंग पसंद होगी या इमेल से बातचीत. विनम्रता के साथ बात करें या जोश व उत्साह के साथ.