नहीं पहुंचा जवान संतोष का पार्थिव शरीर
सतगावां (कोडरमा) : उत्तराखंड में राहत व बचाव के दौरान हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए आइटीबीपी के जवान संतोष कुमार पासवान का शव दो दिन बाद भी गांव नहीं पहुंच पाया है. शहीद जवानों के शवों की शिनाख्त नहीं हो पा रही है.
डीएनए टेस्ट के जरिये जवानों के शवों की पहचान की जायेगी. रांची से डॉक्टरों की टीम सतगावां जायेगी. टीम शहीद जवान संतोष के माता-पिता का ब्लड सैंपल लेगी.
एसपी हेमंत टोप्पो ने कहा कि डीएनए टेस्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी. इधर,कोलकाता से एनडीआरएफ व आइटीबीपी के अधिकारी स्थिति की जानकारी लेने भखरा गांव पहुंचे. संतोष कुमार सिंह 16 जून को डय़ूटी पर लौटे थे. आइटीबीपी से उन्हें एनडीआरएफ स्थानांतरित कर दिया गया था.
राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार : गृह विभाग के उपसचिव विपिन बिहारी ने जिले के उपायुक्त उमाशंकर व एसपी हेमंत टोप्पो को एक पत्र भेजा है. इसमें कहा गया है कि शहीद जवान का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाये.
परिजनों की हालत बिगड़ी : संतोष की मौत की खबर सुन कर मां देवंती देवी, पत्नी पूनम देवी, सास उर्मिला देवी की हालत बिगड़ गयी है. परिजन डॉक्टरों की टीम की देख- रेख में हैं. सभी को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है.