आसनसोल / सीतारामपुर: चालू शिक्षण सत्र के छह महीने बीत जाने के बाद भी सरकारी स्कूलों में कक्षा आठ के अंग्रेजी की किताब नहीं मिली है.स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का कहना है कि सरकार द्वारा पुस्तक उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. जिससे छात्रों की पढ़ायी प्रभावित हो रहा है. वार्षिक परीक्षा दिसंबर में होनी है.
इन कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के गाजिर्यनों ने रोष जताते हुये कहा कि सर्वशिक्षा मिशन के तहत शिक्षा के प्रति जागरु कता अभियान के साथ लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. लेकिन आसनसोल महकमा क्षेत्र में अभी तक कक्षा आठ की अंग्रेजी की किताब विद्यार्थियों को नहीं मिली है. स्कूलों में शिक्षकों द्वारा कहीं कहीं से किताब उपलब्ध कर पढ़ाई करायी जा रही है. ब्लैक बोर्ड के माध्यम से ही पढ़ाई की जा रही है.
इस विषय में वेरुली एजी उच्च माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक संजीव दे का कहना है कि कक्षा छह व सात के छात्र-छात्राओं को इतिहास व बंगला की किताब भी पर्याप्त संख्या में छात्रों को नही मिल पायी है. कक्षा आठ की अंग्रेजी की किताब तो मिली ही नहीं है. कुछ छात्रों ने कोलकाता से दोगुनी कीमत पर किताब खरीदी है. अंग्रेजी की किताब सरकार द्वारा दी जाती है पंरतु छह महीने बीत जाने के बाद भी नहीं आई है.
जिससे छात्रों व उसके अभिभावकों ने किताब की मांग प्राय: करते है. स्कूल प्रबंधन द्वारा अनेक बार जिला के शिक्षा संबंधित अधिकारियों से किताब की मांग की जाती रही है. परंतु जिला शिक्षा अधिकारी कहते है कि राज्य द्वारा किताब भेजने पर सभी स्कूलों में किताब भेज दिया जायेगा. परंतु वार्षिक परीक्षा के छह महीने शेष रहने के बाद तक भी आश्वासन के सिवाय किताब तक नहीं मिला. पूरे आसनसोल महकमा में हिंदी,बंगला,उर्दू हाई स्कूलों की कुल संख्या 150 है. इनमें दस हजार छात्र-छात्रएं कक्षा आठ में पढ़ते है.
इस अंग्रेजी के आधुनिक युग में बंगाल की बर्दवान जिले के युक्त महकमा में अंग्रेजी की किताब उपलब्ध नही करायी गयी है. नारायण डांगा राष्ट्रीय विद्यालय के प्रधानाध्यापक आरएन पांडे का कहना है कि वे स्कूल की ओर से कई बार बर्दवान जिला डीआई प्रभारी नीलिमा गिरि से किताब की मांग कर चुके हैं.
उनसे व्यक्तिगत रुप से मिल कर छात्रों की पढ़ायी की विषय में चर्चा की है, अभिभावकों के बढ़ते दबाब को भी बताया परंतु श्रीमती गिरि का कहना था कि वे राज्य शिक्षा संबंधित अधिकारियों को बार – बार इसकी लिखित जानकारी दी गई है. किताब आने से वे सभी स्कूलों में किताब भिजवा दिया जायेगा. शिक्षक पुरानी किताब से ब्लैक बोर्ड में छात्रों को नोट करवा कर अंग्रेजी की पढ़ाई करवा रहे हैं. स्कूल कमेटी के अध्यक्ष डीडी सिंह ने कहा कि छात्रों की पढ़ायी बाधित हो रही है. साथ ही अभिभावक अपने बच्चों की भविष्य के प्रति चिंतित दिख रहे है. प्रत्येक दिन दबाब बढ़ता जा रहा है.