आसनसोल: अपनी बेटी को शिक्षा दिलाने की दिशा में तीन माह के बकाया फी के भुगतान के लिए रेलपार के छपरिया मोड का चाय बिक्रेता मोहम्मद नईम ने आसनसोल जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में अपना खून बेचने का प्रस्ताव गुरुवार को रखा. इस घटना ने मुसलिम समाज में शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता को चिन्हित किया, वहीं सामाजिक असमानता को भी सामने लाकर यह स्पष्ट कर दिया कि कुछ लोगों के लिए जिंदगी अभी भी गाली ही बन कर रह गयी है.
सूचना पाकर अस्पताल अधीक्षक डॉ निखिल चंद्र दास ब्लड बैंक पहुंचे. उन्होंने कहा कि अस्पताल में रक्त यूनिट नहीं बेचा जा सकता. सूचना मिलने के बाद मेयर तापस बनर्जी ने उसकी पुत्री लाइमा नईम की फी माफ करवाने का आश्वासन दिया.
मोहम्मद नईम ने बताया कि वह अपने घर के पास ही चाय का स्टॉल लगाता है. उसकी पुत्री लाइमा हमदर्द पब्लिक स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ती है. आर्थिक तंगी के कारण वह अपनी पुत्री के तीन माह की फी देने में असमर्थ है. उनका कहना है कि एक चिकित्सक की परामर्श पर वह अस्पताल में अपना ब्लड यूनिट बेचने के लिए चला गया. जब उसने ब्लड बैंक में रक्त बेचने का प्रस्ताव रखा तो वहां मौजूद तकनीशियन ने इसकी सूचना अस्पताल अधीक्षक डॉ दास को दी. अधीक्षक डॉ दास, सहायक अधीक्षक (नन मेडिकल) कनकन राय व नर्सिग अधीक्षक मोनिका घोष अस्पताल के इनडोर में राउंड दे रहे थे. सूचना पाकर वे तीनों ब्लड बैंक पहुंचे.
अस्पताल अधीक्षक डॉ दास ने मोहम्मद नईम से कहा कि अस्पताल में रक्त नहीं बेचा जा सकता. यहां स्वेच्छा से रक्तदान होता है. उन्होंने कहा कि वह किसी दलाल या फिर किसी नर्सिग होम के चक्कर में नहीं पड़े. वरना अनहोनी घटना हो सकती है. जब इसकी सूचना मेयर तापस बनर्जी को मिली, तो मेयर श्री बनर्जी ने मोहम्मद नईम से बात की. उन्हें शुक्रवार को न्गर निगम बुलाया गया है. स्कूल फी माफ करने संबंधी पहल करने का उन्होंने आश्वासन दिया.
30 यूनिट रक्त संग्रह कैंप से
आसनसोल: ऑल वेस्ट बंगाल सेल्स रिप्रेंजेंटिव यूनियन की आसनसोल आंचलिक शाखा ने गुरुवार को आसनसोल जिला अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित किया. रक्तदाता को बैज पहना कर अस्पताल अधीक्षक डॉ निखिलचंद्र दास ने शिविर का उदघाटन किया. 30 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया. सचिव विभाष गांगुली, डॉ उत्तम राय, डॉ सुभाष चटर्जी, यूनियन के अध्यक्ष अनुप राय, सुहित घोष, देवदत्त नियोगी. तापस गांगुली आदि मौजूद थे.