जलपाईगुड़ी : जिला अध्यक्ष पर हमले के विरोध में जिला कांग्रेस द्वारा बुलाये गये 12 घंटे जलपाईगुड़ी बंद का काफी असर देखा गया. चाय बागानों व रेल परिसेवा को बंद से परे रखा गया था. सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या कम थी. जिले के हाट, बाजार, दुकान, स्कूल-कॉलेज सभी बंद रहे.
आज केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी भी तृणमूल समर्थकों के हमले से घायल मोहन बोस से मिलने उनके घर गयीं. सिलीगुड़ी के कुछ इलाकों में भी बंद का असर देखा गया. जलपाईगुड़ी जिले के कई इलाकों में बंद को असफल करने के लिए उत्तर बंगाल विकास मंत्री को सड़क पर उतरते देखा गया. सिलीगुड़ी के सेवक रोड पर जबरन दुकान बंद कराने के आरोप में 30 बंद समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता मोहन बोस पर हुए हमले के विरोध में जिला कांग्रेस की ओर से यह बंद बुलाया गया था. आज संवाददाताओं से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी ने बताया कि 34 वर्षो तक शासन करने के बाद माकपा का आतंक जहां खत्म हुआ था, वहीं से तृणमूल का आतंक शुरू हो गया.
दीपा दासमुंशी ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस घटना के खिलाफ गणतांत्रिक तरीके से जोरदार आंदोलन शुरू करने का निर्देश दिया है. जिला कांग्रेस नेता पिनाकी दासगुप्ता ने बताया कि आज का हड़ताल सफल हुआ है.
बंद से बाहर रखने के कारण चाय उद्योग पर कोई असर नहीं पड़ा. डुवार्स के सभी चाय बागानों में कामकाज स्वाभाविक रहा. सुबह जलपाईगुड़ी टाउन स्टेशन पर हल्दीबाड़ी से न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को बंद समर्थकों ने रोक दिया था. बाद में रेलवे पुलिस व जिला पुलिस की तप्तरता से अवरोध हटाया गया.
बाकी ट्रेनें अपने समय पर ही चली. बंद के दौरान उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव को भक्तिनगर चेकपोस्ट, ढाई माईल इलाके में बंद के खिलाफ प्रचार करते देखा गया. मंत्री के आह्वान पर कुछ व्यवसायियों ने अपनी दुकानें खोल दी लेकिन मंत्री के चले जाने के बाद फिर से दुकानें बंद कर दी गयी. सिलीगुड़ी पुलिस आयुक्त के जयरमन ने बताया कि बंद के दौरान 30 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है.
जलपाईगुड़ी जिला पुलिस अधीक्षक अमित पी जभालगी ने बताया कि जिले के कहीं से कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली. किसी बंद समर्थक को गिरफ्तार नहीं किया गया. दूसरी ओर तृणमूल के जिला अध्यक्ष चंदन भौमिक ने बताया कि जिन मुद्दों को लेकर जिला कांग्रेस की ओर से बंद का आह्वान किया गया है, उनमें कोई दम नहीं है. आम लोगों को समस्या में डाल कर बंद बुलाना बेमतलब है. जिला कांग्रेस को पंचायत चुनाव में इसका जवाब देना होगा.