इन दिनों भारत में खेले जा रही इंडियन सुपर लीग में दुनिया भर के अपने ज़माने के मशहूर फ़ुटबॉल सितारे अपना दमख़म दिखा रहे हैं.
करोड़ों रुपए में ख़रीदे गए इन फुटबॉल खिलाड़ियों के बीच लाख टके का सवाल था कि यह लीग भारतीय दर्शको को कितना पसंद आएगी.
यह सवाल तब और बड़ा हो गया जब सलमान खान, अभिषेक बच्चन, रितिक रोशन, रणबीर कपूर और कई फिल्मी अभिनेत्रियों के साथ-साथ भारत के पूर्व महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर भी लीग में नज़र आए.
इस लीग का पहला मुक़ाबला कोलकाता में हुआ तो उसे दर्शकों का भारी समर्थन मिला लेकिन जैसे ही मुक़ाबला दिल्ली पहुंचा तो 70 हज़ार दर्शकों की क्षमता वाला जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम खाली-खाली सा नज़र आया.
आदेश गुप्त की रिपोर्ट
इसके बाद मुंबई में तो दर्शकों ने कमाल का जोश दिखाया.
डीवाई पाटिल स्टेडियम में फिल्मी सितारों की मौजूदगी में मुंबई के लिए खेल रहे ब्राज़ील के मारित्ज़ ने तिकड़ी जमाकर टीम को 5-0 से जीता दिया, यानी दर्शकों के लिए पूरा पैसा वसूल मैच.
भारत के पूर्व अतंरराष्ट्रीय फ़ुटबॉलर तरुण राय का मानना है कि दिल्ली के अलावा बाक़ी जगहों पर दर्शकों में जोश है.
हालांकि इस लीग में लगभग रिटायर हो चुके अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी खेल रहे हैं लेकिन उनका खेल देखने के लिए भी लोग बेताब हैं.
फुटबॉल का जादू
दिल्ली में कम दर्शकों के सवाल पर उनका मानना है कि यहां आयोजकों ने कम प्रचार किया और स्कूली बच्चों और फुटबॉल क्लबों को पास भी कम दिए.
कोलकाता में तो हाल यह था कि अगर सीटें और होतीं तो शायद एक लाख दर्शक स्टेडियम में होते.
दूसरी तरफ पूर्व अंतराष्ट्रीय फुटबॉलर अनादि बरुआ मानते हैं कि कोलकाता में तो बंगाली दर्शकों पर फुटबॉल का जादू सिर चढ़कर बोलता ही है लेकिन गोवा और ख़ासकर नॉर्थ ईस्ट में भी इस लीग को बेहद पसंद किया जा रहा है.
बेहतर प्रचार
दिल्ली में कभी सत्तर के दशक में डूरंड कप, डीसीएम टूर्नामेंट में दर्शकों की बड़ी भीड़ आती थी, वैसी लहर अब दिखाई नही देती.
इसके अलावा दर्शक गोल देखने आते हैं. अभी अधिकतर मैचों में एक-एक, दो-दो गोल हो रहे हैं. जैसे-जैसे लीग आगे बढ़ेगी, खिलाड़ी लय में आएंगे और दर्शक स्टेडियम में.
तरूण राय मानते हैं कि मुंबई में दर्शकों के हाथ में बैनर भी थे तो वह एक विशेष टीम की टी-शर्ट भी पहने थे, यानी आयोजकों ने बेहतर प्रचार किया था.
वैसे इस लीग को टेलीविजन के माध्यम में भी बड़ी संख्या में देखा जा रहा हैं, अभी तो पहला हफ़्ता ही है, आगे-आगे देखिए होता है क्या?
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