रांची : उत्तरी अंडमान के पूर्वी-दक्षिणी हिस्से में तूफान आने का पूर्वानुमान है. पोर्ट ब्लेयर के आसपास गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसका व्यापक असर आंध्र प्रदेश में पड़ने की आशंका है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने की आशंका है. इसका असर ओडि़शा और झारखंड के दक्षिणी जिलों में भी पड़ सकता है.
* ओडि़शा में 16 जिलों को अलर्ट किया : भुवनेश्वर से मिली खबर के मुताबिक, सरकार ने चक्रवातीय तूफान की आशंका को देखते हुए राज्य के 30 में से 16 जिलों को अलर्ट कर दिया है. उप विशेष राहत आयुक्त प्रभात रंजन महापात्र ने कहा, हमने संभावित चक्रवात के लिए जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है और 14 अन्य जिलों के जिलाधिकारियों से उभरती स्थिति के प्रति सतर्क रहने को कहा है. जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दें.
ओडि़शा आपदा त्वरित कार्रवाई बल और दमकल सेवाकर्मियों से किसी भी परिस्थति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. जिन जिलों को अलर्ट किया गया है, उनमें गंजाम, गजपति, पुरी, खुर्दा, नयागढ, ढेंकनाल, कटक, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, क्योंझर, कोरापुट और मल्कानगिरि शामिल हैं. आइएमडी भुवनेश्वर के निदेशक एससी साहू ने कहा, चूंकि कम दबाव का क्षेत्र राज्य तट से 1300 किलोमीटर दूर है, इसलिए हमने मछुआरों के लिए कोई चेतावनी नहीं जारी की है.
* सशक्त होकर चक्रवातीय तूफान का रूप लेगा
ओडि़शा में जारी मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, तेनासेरिम तट और पास के अंडमान सागर के पास सोमवार को बना कम दबाव का क्षेत्र दबाव के रूप में संघनित हो गया है और वह सुबह 8.30 बजे उत्तर अंडमान सागर और उसके आसपास गोपालपुर से तकरीबन 1380 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में 11.50 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 95 डिग्री पूर्वी देशांतर के निकट केंद्रित था. यह पश्चिम-पश्चिमोत्तर दिशा में बढ़ेगा और 24 घंटे के भीतर और सशक्त होकर चक्रवातीय तूफान का रूप लेगा.
* राज्य में 10 से 12 अक्तूबर तक असर
एयरपोर्ट स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बीएन मंडल के अनुसार, आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र से आनेवाले इस तूफान के पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा में बहने का अनुमान लगाया गया है. वहां इसकी गति तेज होगी. इस साइक्लोनिक सरकुलेशन से झारखंड के कई इलाकों में बारिश हो सकती है. झारखंड में इसका असर 10 से 12 अक्तूबर तक रह सकता है.