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एशियन गेम्स:देश की बेटियों ने दिखाया दम

इंचियोन:एमसी मैरीकॉम एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतनेवाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बन गयी, जबकि भारत ने बुधवार को 12वें दिन चार और पदक जीत कर तालिका में 10वां स्थान बरकरार रखा. मैरीकॉम रिंग में शानदार प्रदर्शन के साथ भारतीय दल की स्टार रही, जबकि मध्यम दूरी की धाविका टिंटू लुका ने रजत, भाला फेंक […]

इंचियोन:एमसी मैरीकॉम एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतनेवाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बन गयी, जबकि भारत ने बुधवार को 12वें दिन चार और पदक जीत कर तालिका में 10वां स्थान बरकरार रखा. मैरीकॉम रिंग में शानदार प्रदर्शन के साथ भारतीय दल की स्टार रही, जबकि मध्यम दूरी की धाविका टिंटू लुका ने रजत, भाला फेंक में अनु रानी ने और भारतीय महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता.

पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम ने कजाखस्तान की जाइना शेकेरबेकोवा को 2-0 से हराया. मैरीकॉम ने ग्वांग्झू एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था, जब महिला मुक्केबाजी को पहली बार इन खेलों का हिस्सा बनाया गया था. लुका ने 800 मीटर दौड़ में सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत जीता, जबकि महिला हॉकी टीम ने प्लेऑफ में जापान को 2-1 से हराया. भारत 50 पदक (सात स्वर्ण, नौ रजत और 34 कांस्य) लेकर 10वें स्थान पर है, जबकि चीन 285 पदक लेकर शीर्ष पर है. वहीं कोरिया के 183 और जापान के 154 पदक हैं.

मणिपुर की मुक्केबाज मैरीकॉम पहले राउंड के बाद अपनी प्रतिद्वंद्वी से पिछड़ रही थी, लेकिन उसने दूसरे राउंड में जबर्दस्त वापसी की तथा अंतिम दो राउंड में भी अपना दबदबा कायम रखा. शुरुआती दो राउंड में करीबी टक्कर रहने के बाद मैरीकॉम ने अपने प्रतिद्वंद्वी के चेहरे तथा शरीर पर अच्छे मुक्के लगाये. उसने तीसरे राउंड में एकतरफा जीत दर्ज की और चौथे राउंड में भी अपनी आक्रामता जारी रखी, जिससे उन्हें जीत मिली. महिला मुक्केबाजी में एल सरिता देवी (कांस्य) और पूजा रानी (कांस्य) के बाद यह तीसरा पदक है.

लुका को रजत, अनु को कांस्य
भारतीय धाविका टिंटू लुका और भाला फेंक खिलाड़ी अनु रानी ने एशियाई खेलों में 12वें दिन एथलेटिक्स स्पर्धा में भारत को क्रमश: रजत और कांस्य पदक दिलाये. पीटी उषा की शागिर्द टिंटू ने 800 मीटर में अपने कैरियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ समय निकाल कर दूसरा स्थान हासिल किया. अनु का पदक हालांकि अप्रत्याशित रहा, जिसने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा और दो चीनी खिलाड़ियों के बाद तीसरे स्थान पर रही. केरल की 25 वर्षीय टिंटू अधिकांश समय आगे चल रही थी, लेकिन आखिर में कजाखस्तान की मार्गरिटा मुकाशेवा से हार गयी. उसने 1:59.19 सेकेंड का समय निकाला, जो उसके कैरियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड से सेकेंड के 200वें हिस्से से चूक गयी.

महिलाओं ने लिया जापान से बदला
इंचियोन:भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान को 2-1 से हरा कर एशियाई खेलों में आठ साल बाद कांस्य पदक जीत लिया. भारतीय महिलाओं ने जबर्दस्त जुझारुपन का प्रदर्शन करते हुए जापान से चार साल पहले कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में एक गोल से मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. जसप्रीत कौर ने 23वें मिनट में पहला व 42वें मिनट में वंदना कटारिया ने दूसरा गोल किया. जापान के लिए अकाने शिबाता ने गोल किया.

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