शिक्षा के क्षेत्र में हमारे देश का नाम प्राचीन काल से ही दुनिया भर में लिया जाता रहा है. भले ही आज हमारे स्टूडेंट्स हाइयर एजुकेशन के लिए विदेशों का रुख कर रहे हैं, लेकिन हमारे टीचर्स भी इतने सक्षम हैं कि वे विदेशों में पढ़ा सकें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिक्षक दिवस पर भाषण के बाद केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ऐसे टीचर्स को चुनने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो अमेरिका के स्कूलों में पढ़ायेंगे. वहीं दूसरी ओर सीबीएसइ ने ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में घटी रैगिंग की घटना के बाद देश भर में सीबीएसइ स्टूडेंट्स के बीच रैगिंग से जुड़ा एक सर्वे कराने का निर्णय लिया है, ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके.
पटना: देश के केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक अब अमेरिका के स्कूलों में पढ़ा सकते हैं. इसके लिए योग्य शिक्षकों को चुन कर उन्हें अमेरिका के स्कूलों में भेजने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के साथ ही केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से यह मौका सभी शिक्षकों को दिया जा रहा है. इसमें प्राइमरी, मिडिल और सेकेंडरी लेवल तक के शिक्षक शामिल हो सकते हैं. अमेरिका में पढ़ाने को जाने के लिए शिक्षकों को इंटरव्यू के कई दौर से गुजरना होगा. भारत सहित यह मौका विश्व के कई देशों के शिक्षकों को दिया जायेगा. यूनाइटेड स्टेट इंडिया एजुकेशन फाउंडेशन (यूएसआइइएफ) की ओर से शिक्षकों को यह अवसर दिया जा रहा है. फाउंडेशन की ओर से इसमें सेलेक्ट हुए शिक्षकों को स्कॉलरशिप दी जायेगी.
आगामी अक्तूबर से अगले वर्ष मार्च तक कई प्रक्रियाओं से गुजरते हुए शिक्षकों का सेलेक्शन होगा. उसके बाद इन शिक्षकों को तीन से छह महीने तक अमेरिका के प्राइमरी, मिडिल और सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ाने का मौका मिलेगा. पटना केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से भी इनमें आवेदन के लिए शिक्षकों से कहा गया है. 10 अक्तूबर तक इसके लिए ऑनलाइन अप्लाइ करना होगा. इसमें आवेदन वही शिक्षक कर सकते हैं, जिनके पास पासपोर्ट होगा, क्योंकि इसकी जानकारी आवेदन करने के साथ ही देनी होगी. ऑन लाइन आवेदन के साथ आवेदन की हार्ड कॉपी भी भेजनी होगी. दिल्ली में इंटरव्यू होने के बाद टीचर्स की फाइनल लिस्ट तैयार की जायेगी. इसकी जानकारी टीचर्स को नवंबर के लास्ट वीक में मिलेगी.
इसके बाद इस फाइनल लिस्ट को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी भेजा जायेगा. इन टीचर्स को दिसंबर में टफेल एग्जाम से भी गुजरना पड़ेगा. तमाम टीचर्स के आवेदन पर रिव्यू के लिए वॉशिंगटन डीसी की ओर से शिक्षाविदों के अलग-अलग पैनल बनाये जायेंगे. पैनल सभी आवेदनों का रिव्यू करने के बाद उसे फाइनल करेगा. जिन शिक्षकों को सेलेक्ट किया जायेगा, उन्हें मार्च, 2015 तक जानकारी दे दी जायेगी.
शिक्षकों की वांछित योग्यता
बैचलर डिग्री के साथ टीचिंग की भी डिग्री हो
केंद्रीय विद्यालय में कम-से-कम पांच वर्षो तक फुल टाइम टीचर के रूप में प्राइमरी, मिडिल और सेकेंडरी लेवल पर पढ़ाया हो
प्राइमरी और सेकेंडरी लेवल के शिक्षकों को काउंसेलर, लाइब्रेरियन, करिकुलम, स्पेशल एजुकेशन को-ऑर्डिनेटर आदि का अनुभव होना चाहिए
विभिन्न टॉपिक्स पर सेमिनार, वर्कशॉप, प्रोफेशनल डेवलपमेंट एक्टिविटीज में शामिल होने का अनुभव हो
इंगलिश पर अच्छी पकड़ हो
ऐसे चलेगी प्रक्रिया
आवेदन ऑनलाइन करना होगा
शिक्षक 10 अक्तूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
https://defulbrighteachers.org/home.aspx पर जाएं
www.kvsangathan.nic.in से डाउनलोड करें आवेदन फॉर्म
आवेदन की स्क्रीनिंग की अंतिम तिथि – 25 से 30 अक्तूबर
दिल्ली में नेशनल इंटरव्यू – 15 से 30 नवंबर तक
रिजल्ट की फाइनल लिस्ट – मार्च, 2015
इन देशों के शिक्षकों को भी मिलेगा मौका
फिनलैंड, इजराइल, मैक्सिको, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, बोत्सवाना, साउथ कोरिया, ताइवान, वियतनाम
संपर्क
टेलीफोन नंबर : 011 42090949
इ-मेल आइडी : gayatri@usief.org.in
संपर्क पर्सन : गायत्री सिंघल
यह काफी अच्छा प्रयास है. इससे शिक्षकों को भी दूसरे देशों में टीचिंग के बारे में पता चलेगा. इसमें पटना क्षेत्र से भी शिक्षक शामिल होंगे. सारी प्रक्रिया जानने के बाद पटना के भी शिक्षक इसमें शामिल होंगे.
एमएस चौहान, क्षेत्रीय निदेशक, केंद्रीय विद्यालय संगठन, पटना रिजन