अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उनके पास इराक़ और सीरिया में सक्रिय आईएस के इस्लामी चरमपंथियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें अमरीकी संसद से अनुमित लेने की ज़रूरत नहीं है.
ओबामा ने मंगलवार को डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैरी रीड और नैंसी पेलोसी और रिपब्लिकन नेता जॉन बॉहनर, प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष और सेनेट के सदस्य मिच मैककॉनेल के साथ इस विषय पर चर्चा की.
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ओबामा ने यह बैठक बुधवार रात होने वाले अपने देश के नाम संबोधन से पहले की है जिसमें वे आईएस के ख़िलाफ़ अपनी सैन्य रणनीति की जानकारी देंगे.
ख़िलाफ़त की स्थापना
इस्लामिक स्टेट (आईएस) के जिहादियों ने सीरिया और इराक़ के एक बड़े हिस्से पर कब्ज़ा जमा रखा है. इस साल जून में आईएस ने इस्लामिक राज्य ख़िलाफ़त के स्थापना की घोषणा की थी.
इराक़ में अपने बलों पर अमरीकी हवाई हमले के विरोध में आईएस के चरमपंथियों ने हाल के दिनों दो अमरीकी पत्रकारों का सर कलम कर दिया है.
ओबामा ने आईएस के ख़िलाफ़ ज़मीनी सैन्य कार्रवाई की संभावना से इनकार किया है. लेकिन उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि सीरिया में भी हवाई हमले किए जा सकते हैं.
(अलकायदा की भी नहीं सुनता आईएस)
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ” राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और संसद के नेताओं ने चर्चा की और आईएस को कमजोर करने और आख़िरकार खत्म के प्रयासों के प्रति समर्थन जताया.”
माना जा रहा है कि क़रीब सौ अमरीकी नागरिक आईएस में शामिल हुए हैं. अमरीकी विदेश मंत्रालय ने ऐसे लोगों का मनोबल तोड़ने के लिए एक वीडियो तैयार करवाया है.
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