तुर्की: 15 बार डोली धरती, भूकंप की तीव्रता 6.7, 10 इमारतें जमींदोज, 22 की मौत

एलाजिग (तुर्की) : पूर्वी तुर्की में शुक्रवार को आये शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचायी. इस प्राकृतिक आपदा में 22 लोगों की मौत हो गयी जबकि 200 से अधिक लोग जख्मी हो गये. घायलों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां कुछ की हालत गंभीर बतायी जा रही है. बचाव दल शनिवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 25, 2020 7:24 AM

एलाजिग (तुर्की) : पूर्वी तुर्की में शुक्रवार को आये शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचायी. इस प्राकृतिक आपदा में 22 लोगों की मौत हो गयी जबकि 200 से अधिक लोग जख्मी हो गये. घायलों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां कुछ की हालत गंभीर बतायी जा रही है.

बचाव दल शनिवार तड़के भी ढह गयी इमारतों के मलबे में से जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे रहे. भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गयी. भूकंप के बाद कम से कम 30 लोग लापता हो गये. इस भूकंप का केंद्र पूर्वी एलाजिग प्रांत के सिवराइस शहर में था.

एलाजिग में रहने वाले 47 वर्षीय मेलाहाट कैन ने बताया कि यह काफी डरावना था, फर्नीचर हमारे ऊपर गिरने लगा. हम बाहर की ओर भागे.

राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने टि्वटर पर कहा कि हम अपने लोगों के साथ हैं. डर के चलते अपने घरों से भागे लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड में अपने आप को गरम रखने के लिए सड़कों पर आग जलाकर बैठे हैं. तुर्की सरकार की आपदा एवं आपात प्रबंधन एजेंसी (एएफएडी) ने कहा कि सिवराइस में स्थानीय समयानुसार रात करीब आठ बजकर 55 मिनट पर भूकंप आया. तुर्की भूकंप के लिहाज से संवदेनशील क्षेत्र है.

तुर्की के टेलीविजन में तस्वीरों में लोगों को डर से घरों से बाहर भागते हुए और एक इमारत की छत पर आग लगते हुए दिखाया गया. गृह, पर्यावरण एवं स्वास्थ्य मंत्रियों ने बताया कि कम से कम 18 लोगों की मौत हो गयी जिनमें से 13 एलाजिग प्रांत के हैं तथा पांच अन्य पड़ोसी मालात्या प्रांत के हैं. उन्होंने बताया कि करीब 553 लोग घायल हैं.

गृह मंत्री सुलेमान सोयलु ने कहा कि मालात्या में मलबे में कोई फंसा नहीं है लेकिन एलाजिग में 30 नागरिकों का पता लगाने के लिए तलाश एवं बचाव अभियान चल रहा है. मालात्या में भूकंप पीड़ितों को शरण देने के लिए खेल केंद्र, स्कूल और गेस्ट हाउसों को खोला गया है. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि करीब 10 इमारतें जमींदोज हो गये. भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान पूर्वी इलाजिग प्रांत में हुआ.

भूकंप आने के दौरान लोगों ने 15 बार झटके महूसस किये और इससे लोगों में डर का माहौल बन गया. भूकंप के झटकों ने तुर्की के पड़ोसी मुल्कों इराक, सीरिया और लेबनान को भी हिला दिया. हालांकि, इन देशों से नुकसान की कोई खबर नहीं आयी.

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