कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्ष 2004 में प्रधानमंत्री बनने से मना कर दिया था क्योंकि राहुल गांधी को भय था कि यदि वे प्रधानमंत्री बनती हैं तो पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी की तरह मारी जाएंगी.
भारत के पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने एक निजी न्यूज़ चैनल को दिए साक्षात्कार में यह दावा किया है.
तब सोनिया गांधी ने कहा था कि उनकी ‘अंतरात्मा’ को प्रधानमंत्री बनना मंज़ूर नहीं है.
सोनिया गांधी की इस बात पर नटवर सिंह का दावा है कि उन्होंने अपनी ‘अंतरात्मा’ की आवाज़ की वजह से नहीं बल्कि बेटे राहुल गांधी के ज़बरदस्त विरोध की वजह से प्रधानमंत्री का पद ठुकराया था.
‘राजनीति से प्रेरित’
कांग्रेस ने नटवर सिंह के इन दावों को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी का कहना है, ”साल 2005 में तेल के बदले अनाज घोटाले पर वोल्कर समिति की रिपोर्ट के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित किया गया था. ऐसा लगता है कि वो ये सब बातें अपनी किताब के प्रचार और राजनीति से प्रेरित होकर कर रहे हैं.”
पार्टी महासचिव अजय माकन ने भी नटवर सिंह के दावों को ‘हास्यास्पद’ बताया है.
83 वर्षीय नटवर सिंह कुछ वर्ष पहले तक गांधी परिवार के नज़दीकी माने जाते थे. साल 2008 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी.
इससे पहले वर्ष 2005 में, यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहते हुए इराक़ में तेल के बदले अनाज घोटाले में उनका नाम आया था और उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था.
उनकी आत्मकथा ‘वन लाइफ़ इज़ नॉट इनफ़’ जल्द रिलीज़ होने वाली है.
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