वैसे तो टीवी पर बच्चों के कई सारे फेवरेट शोज हैं, लेकिन इनमें बालवीर और भारत का वीरपुत्र-महाराणा प्रताप सबसे अलग हैं. बालवीर का किरदार निभानेवाले देव जोशी और महाराणा प्रताप का किरदार निभानेवाले फैजल खान आज बच्चों के बीच सुपर किड्स के रूप में पॉपुलर हैं. टीवी पर दिखनेवाले सुपर किड्स ने प्रीति पाठक से खास बातचीत में कई दिलचस्प बातें शेयर कीं.
आज-कल हम टीवी पर बहुत सारे नये-नये शो देखते हैं. इनमें से कुछ बड़ों के लिए होते हैं, तो कुछ बच्चों के लिए. आज ‘बालवीर’ और ‘महाराणा प्रताप’ का नाम हर बच्चे की जुबान पर है. ये सुपर किड्स बच्चों के बीच इतने पॉपुलर हैं कि उनके द्वारा कहे गये हर शब्द को अपने जीवन में उतारना चाहते हैं. वैसे तो टीवी पर बच्चों के लिए कई चैनल हैं. काटरून नेटवर्क, पोगो और हंगामा जैसे और भी कई चैनल हैं, जिन पर बच्चों के पसंद के कार्यक्रम आते हैं. छोटा भीम, डोरेमोन, टॉम एंड जेरी जैसे अनेक रोमांचक शो आते हैं. अब बच्चों के बीच इन शोज से ज्यादा बालवीर और भारत का वीरपुत्र महाराणा प्रताप छाये हुए हैं. हम जिनके बारे में बात कर रहे हैं वे हैं सुपर किड्स. ये सिर्फ एक सीरियल के किरदार नहीं हैं, बल्कि ये बच्चों के लिए प्रेरणास्नेत भी हैं. बालवीर बच्चों को दूसरों की मदद करना सिखाता है और बुराई के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा देता है. यह एक इमेजिनेशन कैरेक्टर तो है, लेकिन बच्चों को साहसी भी बनाता है. वहीं भारत का वीर पुत्र महाराणा प्रताप ऐतिहासिक कथा से प्रेरित है, जो शौर्य और वीरता सिखलाता है.
इसमें बच्चों को भारत के गौरवशाली इतिहास के बारे में मनोरंजक रूप में जानने को मिलता है. जिन बच्चों को इतिहास पसंद नहीं है, उन्हें भी इस शो को देखने के बाद इस विषय से लगाव हो गया है.
पहले भी टीवी पर इस तरह के शोज आ चुके हैं, जिनमें बच्चे लीड रोल में थे. ‘जूनियर-जी’ को हम कैसे भूल सकते हैं. यह भी एक तरह का सुपर किड्स शो ही था. इसमें भी अच्छाई और बुराई की लड़ाई को दिखाया गया था. यह दूरदर्शन पर प्रसारित होता था. उस जमाने में केबल का उतना प्रचलन नहीं था, तो लोग अधिकतर दूरदर्शन ही देखा करते थे. यह 12 साल के बच्चे की कहानी थी, जिसे जादुई शक्तियां मिली हुई थीं.
शाका लाका बुम-बुम भी इसी तरह का एक शो था. यह भी दूरदर्शन पर ही प्रसारित होता था. इस शो में सुपर पेंसिल हीरो था. ऐसे कई शो टीवी पर आ चुके हैं, जिन्हें बच्चे देखना पसंद करते हैं. शक्तिमान भी बच्चों के बीच बहुत लोकप्रिय था. शक्तिमान जो भी कहता था, बच्चे उसे अपने जीवन में उतार लेते थे. इसी तरह की छवि आज बालवीर और महाराणा प्रताप की बन गयी है. बच्चों के दिलो-दिमाग पर ये इस तरह से छा गये हैं कि उनकी पेटिंग, कविताओं व लेख में भी ये ही नजर आते हैं. इनके बारे में जानना रोचक होगा कि वे निजी जिंदगी में क्या करते हैं. एक्टिंग के अलावा उन्हें क्या पसंद है और किस सबजेक्ट में उन्हें मन लगता है. परिवार व दोस्तों के साथ वे कैसे वक्त बिताते हैं.
देव जोशी
वैसे तो देव को पायलट बनना है, लेकिन अभिनय में भी उन्होंने अपना शत-प्रतिशत दिया है. वे बड़ी ही चतुराई से अपनी पढ़ाई और काम को सफलतापूर्वक मैनेज करते हैं. देव अपने काम में बिजी होने के बाद भी महीने में 10 दिन स्कूल जरूर अटेंड करते हंै. उन्हें अपने स्कूल से बहुत प्यार है. सेट पर जब भी फ्री टाइम मिलता है, वह किताब ले कर बैठ जाते हैं. इसके साथ-साथ उन्हें डांसिंग, एक्टिंग, वीडियो गेम खेलना बहुत पसंद है. एग्जाम में मार्क्स भी अच्छे लाते हैं. अभी तक उन्होंने कोई भी एग्जाम और स्कूल एक्टिविटी मिस नहीं किया है. जब वे शूटिंग पर बिजी रहते हैं, तो अपने टीचर्स और क्लासमेट के साथ फोन पर कम्ययूनिकेट करते रहते हैं. उनका कहना है कि मुङो मैथ कठिन लगता है, लेकिन मैं मैथ के फॉमरूले अपने फेवरेट गाने के रूप में याद करता हूं. मेरा फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री है, क्योंकि उसमें बहुत रोचक जानकारियां रहती हैं. पुराने लोगों के बारे में उनकी सभ्यता-संस्कृति के बारे में जानना बहुत अच्छा लगता है. जब भी वेकेशन होते हैं, तो मैं दोस्तों के साथ खेलता हूं. पापा के साथ घूमने जाता हूं. खाली समय में स्टोरी बुक पढ़ता हूं, वे भी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से ही रहते हैं. मुङो ‘स्नो व्हाइट एंड सेवेन वंडर्स’ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है.
फैजल खान
10वीं क्लास में पढ़नेवाले फैजल खान रेगुलर स्कूल तो नहीं जा पाते हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए टीचर जरूर घर पर आते हैं. वे कहते हैं, मैं ऑटो रिक्शा ड्राइवर का बेटा हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुङो इतना बड़ा प्लेटफॉर्म मिलेगा. जब मैं डीआइडी लिटिल मास्टर में चुना गया, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अपने बिजी शेडयूल में से समय निकाल कर ही पढ़ाई कर लेता हूं. मेरा फेवरेट सब्जेक्ट मैथ है. मुङो दोस्तों के साथ घूमना, मौज-मस्ती करना बहुत पसंद है. फैजल का मानना है कि पहले उन्हें भी इतिहास पढ़ने में मजा नहीं आता था, वे इससे दूर भागते थे, लेकिन महाराणा प्रताप में अभिनय करने के बाद उन्हें भी इसमें मजा आने लगा. अभी उन्हें हॉर्स राइडिंग, तलवारबाजी और तीर चलाने में बहुत मजा आता है. जब भी उन्हें छुट्टी मिलती है, वे परिवार के साथ घूमने जाते हैं. उनका एक ही लक्ष्य है कि वे अपने जीवन में सफल बनें, चाहे वह कोई भी क्षेत्र क्यों न हो. रितिक रोशन इनके फेवरेट स्टार हैं. उनका कहना है- मैं जब भी सेट पर जाता हूं, तो अपने डायलॉग को अच्छी तरह से याद करके जाता हूं. उसमें शुद्ध हिंदी के साथ-साथ संस्कृत के भी शब्द होते हैं, जिससे यह थोड़ा कठिन लगता है पर रेगुलर प्रैक्टिस से कर लेता हूं. मैंने समझा है कि जो भी काम करना चाहिए उसे पूरे परफेक्शन के साथ करना चाहिए. तभी लोग तारीफ करते हैं. लव यू ऑल.