शोधकर्ताओं का कहना है कि सुबह उठने वाले लोगों में, जो उस समय ज़्यादा सचेत दिखते हैं, रात में धोखेबाज़ और अनैतिक होने की प्रवृत्ति अधिक पाई जाती है.
अध्ययन में 200 लोगों को शामिल किया गया था जिसमें उन्हें समस्या के समाधान ढ़ूढ़ने वाले टेस्ट और गेम्स में शामिल किया गया.
हालांकि इन लोगों को इस बारे में कुछ जानकारी नहीं दी गई थी.
ईमानदारी का अलग स्तर
मनोवैज्ञानिकों ने पाया कि सुबह जल्दी उठने वाले और रात में देर से सोने वाले लोगों में ईमानदारी का स्तर अलग-अलग होता है.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय की शोधकर्ता सुनीता साह ने कहा, "व्यवहार का यह फ़र्क कार्यस्थल पर देखने को मिलता है."
अध्ययन में जानने की कोशिश की गई कि व्यक्ति की दिनचर्या का उसके नैतिक फ़ैसलों पर क्या प्रभाव पड़ता है.
अध्ययन में पाया गया कि सुबह जल्दी उठने वाले लोग सुबह के वक्त अधिक नैतिक होते हैं और रात में देर से सोने वाले लोग रात के वक्त अधिक ईमानदार होते हैं.
अधिक बेईमानी
ये दोनों तरह के लोग इस वक़्त के अलावा दिन के किसी दूसरे वक़्त में ज़्यादा ‘बेईमान’ हो जाते हैं.
यह अध्ययन इस धारणा को चुनौती देती है कि रात में देर तक जगने वाले लोग बुरे व्यवहार वाले होते हैं.
शोधकर्ता दल में जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय और वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के साथ हार्वर्ड में शोध कर रहीं प्रोफेसर सुनीता साह भी शामिल थी.
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