अमरीकी कवयित्री, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता माया एंजेलो का 86 साल की उम्र में निधन हो गया.
वह अमरीका की सहित्यक जगत की प्रमुख हस्ताक्षर थी.
उनकी पहचान 1969 में आए उनके संस्मरण ‘आई नो वाई द केज़्ड बर्ड सिंग्स’ से बनी.
ये उनके सात आत्मकथाओं की शृंखला की पहली कड़ी थी जो उनके जीवन के शुरूआती दिनों में हुए उत्पीड़न पर था.
उनके परिवार ने कहा, "उन्होंने एक शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, कलाकार का जीवन जिया. वह बराबरी, सहिष्णुता और शांति के लिए लड़ने वाली योद्धा थी. "
रोल मॉडल
फेसबुक पर जारी एक बयान में उनके परिवार ने कहा, "उन्होंने उत्तर कैरोलिना के विंस्टन सालेम में अपने घर में शाम साढ़े पांच बजे अंतिम सांस ली."
माया 1982 से वेक फॉरेस्ट विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थी. विश्वविद्यालय ने उनकी मृत्यु पर कहा, "डॉक्टर माया एंजेलो राष्ट्रीय धरोहर थी. उनकी ज़िंदगी और शिक्षा दुनिया भर में हज़ारों लोगों को प्रेरित किया है. "
उनके करियर का दायरा टेलीविजन, थिएटर, फिल्म, बच्चों की किताबों और संगीत तक फैला था.
उन्होंने अपने लेखन और साक्षात्कार के माध्यम से असमानता और अन्याय की लड़ाई लड़ने वालों को एक रोल मॉडल के रूप में पेश किया.
इसके अलावा एंजेलो एक प्रमुख नागरिक अधिकार कार्यकर्ता थी. वे मार्टिन लूथर किंग और मैल्कम एक्स की दोस्त थी.
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