बैंकिंग क्षेत्र में कैरियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए यह समय खास है. सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे प्रतिष्ठित बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने असिस्टेंट्स इन क्लेरिकल कैडर में बड़ी संख्या में नियुक्तियों का ऐलान किया है. क्लेरिकल कैडर बैंकिंग सेक्टर में प्रवेश प्राप्त करने का एक बड़ा जरिया माना जाता है. ऐसे में बहुत से स्नातक पास युवा बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर बनने की तैयारी को जारी रखते हुए मौका मिलने पर क्लेरिकल कैडर से कैरियर की शुरुआत कर लेते हैं.
मिल रहा है बड़ा मौका
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) अपनी क्लेरिकल परीक्षा खुद आयोजित करता है. यह इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (आइबीपीएस) द्वारा आयोजित होनेवाली कॉमन रिटेन एग्जामिनेशन (सीडब्ल्यूइ) क्लेरिक से अलग है. आइबीपीएस स्कोर के तहत 19 राष्ट्रीयकृत बैंकों में नियुक्ति प्रदान की जाती है, जिनमें एसबीआइ शामिल नहीं है. पिछले दिनों एसबीआइ ने विभिन्न श्रेणियों में कुल 5,092 ‘असिस्टेंट्स इन क्लेरिकल कैडर’ की रिक्तियों की घोषणा की है. इसके अलावा शारीरिक रूप से अक्षम और पूर्व नौकरशाह के लिए अलग से 890 रिक्तियां निकाली गयी हैं. साथ ही शारीरिक रूप से अक्षम श्रेणी की बैकलॉग रिक्तियां 201 हैं. इनसे अलग जम्मू और कश्मीर राज्य के लिए कुल 125 रिक्तियां और हैं. यानी बैंकिंग सेक्टर में क्लेरिकल नौकरी हासिल करने की दौड़ में आगे निकलने का यह एक बेहतरीन मौका है.
होगी ऑनलाइन परीक्षा
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया असिस्टेंट्स इन क्लेरिकल कैडर पद के लिए योग्य युवाओं का चयन ऑनलाइन परीक्षा और इंटरव्यू के प्रदर्शन के आधार पर करता है.
सबसे पहले परीक्षा पद्धति को जानें
असिस्टेंट्स इन क्लेरिकल कैडर पद के लिए होनेवाली ऑनलाइन परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होती है. परीक्षा कुल 200 अंकों की होती है और इसके लिए दो घंटे का समय दिया जाता है. वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों में निगेटिव मार्किग भी की जाती है. गलत उत्तर देने पर एक चौथाई अंक काटे जाते हैं. परीक्षार्थियों को सभी वस्तुनिष्ठ प्रकार के सेक्शन में पास होना अनिवार्य होता है.
दो घंटे की इस परीक्षा में कुल पांच सेक्शन आते हैं. सभी सेक्शन 40-40 अंकों के होते हैं- त्नजनरल अवेयरनेस त्नजनरल इंगलिश त्नक्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड त्नरीजनिंग एबिलिटी त्नमार्केटिंग अप्टीट्यूड / कंप्यूटर नॉलेज.
जनरल इंगलिश का सेक्शन है अलग
अन्य वस्तुनिष्ठ टेस्टों से जनरल इंगलिश का सेक्शन अलग होता है. इसके प्रश्न दीर्घउत्तरवाले होते हैं. इंगलिश के सभी प्रश्न दो भाषाओं में पूछे जाते हैं, यानी इंगलिश और हिंदी. परीक्षार्थी अपनी सुविधानुसार भाषा का चयन कर सकते हैं.
साथ में करें इंटरव्यू की भी तैयारी
ऑनलाइन लिखित परीक्षा पास करनेवाले परीक्षार्थियों का नाम बैंक की वेबसाइट पर अपलोड किया जायेगा. उन्हें समय रहते इंटरव्यू के कॉल लेटर उसी वेबसाइट से डाउनलोड करना है. ध्यान रखें कि स्टेट बैंक की ओर से इंटरव्यू के लिए कॉल लेटर की हार्ड कॉपी नहीं भेजी जायेगी.
आइबीपीएस सीडब्ल्यू से है अलग
खासतौर से जनरल इंगलिश का दीर्घउत्तर टेस्ट लेना और लिखित परीक्षा का ऑनलाइन होना, इस परीक्षा को आइबीपीएस सीडब्ल्यूइ क्लेरिकल परीक्षा से अलग करता है.
तैयारी के लिए बनाएं रणनीति
इस परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले ऑनलाइन परीक्षा देने में महारत हासिल करनी होगी. अकसर देखा जाता है कि स्कूली परीक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक की परीक्षाएं पारंपरिक पद्धति यानी पेन-पेपर पद्धति में होती हैं. इसलिए छात्रों को ऑनलाइन टेस्ट देने में थोड़ी असहजता महसूस होती है. इसे सहजता में तब्दील करने का सबसे अच्छा तरीका लगातार ऑनलाइन मॉक टेस्ट देना है.
निगेटिव मार्किग से बचना है अहम
निगेटिव मार्किग से बचने के लिए पहले से ही इस बात की गांठ बांध लें कि जिन प्रश्नों के उत्तर आप नहीं जानते हैं या जिनके बारे में आपको दुविधा है, उन्हें हल न करें. अकसर देखा गया है कि छात्र अच्छे अंक लाने की स्थिति में होते हैं, पर गलत उत्तर के कारण उसके सही अंक भी कट जाते हैं.
पाठ्यक्रम पर दौड़ाएं नजर
किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए उसके पाठ्यक्रम को एक बार देखना अनिवार्य है. यदि इस पर गौर नहीं करेंगे, तो आप मुकम्मल तैयारी नहीं कर पायेंगे. आपके लिए सबसे आदर्श स्थिति यह है कि सर्वप्रथम पाठ्यक्रम पर एक नजर दौड़ाएं. विशेषज्ञों के अनुसार वस्तुनिष्ठ परीक्षा में यदि प्रश्नों को तेजी और सटीक हल करने की आदत नहीं है, तो अधिकांश प्रश्नों का जवाब दे पाना संभव नहीं है. इसके लिए अधिक से अधिक संख्या में प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें और एक्युरेसी का भी पूरा ध्यान रखें.
सही सामग्री का चयन है जरूरी
गणित के प्रश्नों को शॉर्टकट फॉमूर्ल से हल करने का प्रयास करें. रीजनिंग और न्यूमेरिकल के लिए विश्वसनीय पुस्तक पढ़ने के अलावा प्रतियोगिता पत्रिकाओं की मदद से प्रैक्टिस सेट हल करने की कोशिश करें. अंगरेजी के लिए ग्रामर की प्रमाणिक पुस्तक जैसे रेन एंड मार्टिन आदि को पढ़ें. राष्ट्रीय अंगरेजी दैनिक समाचार पत्रों की सहायता से शब्द भंडार बढ़ाते रहें.
अभ्यास है सफलता की कुंजी
वस्तुनिष्ठ परीक्षा में प्रश्न इस प्रकार के होते हैं, जिन्हें करीब-करीब हर अभ्यर्थी हल कर सकता है, लेकिन कम समय में बड़ी संख्या में प्रश्न हल करने होते हैं. ऐसी स्थिति में समयाभाव के कारण अधिकांश छात्र सभी प्रश्नों को ठीक ढंग से पढ़ भी नहीं पाते हैं. अगर आपको इसमें सफल होना है, तो कम समय में सभी प्रश्नों का अधिक से अधिक सही उत्तर देने की कोशिश करनी होगी. इसके लिए अधिक से अधिक अभ्यास करना ही एकमात्र बेहतर विकल्प है. लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद इंटरव्यू होगा. इसमें सफल होने के बाद छात्र इस पद के लिए योग्य माने जाते हैं.
समय प्रबंधन का है खेल
समय प्रबंधन का मतलब है स्पष्ट तौर पर तय किये गये लक्ष्यों को एक निश्चित समय में सफलतापूर्वक हासिल करना. असल में दोनों बातें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं. अगर लक्ष्य नहीं होगा तो समय प्रबंधन की जरूरत ही नहीं होगी. समय का ठीक से प्रबंधन नहीं करेंगे तो लक्ष्य पाना मुश्किल हो जायेगा. लक्ष्य या फिर प्राथमिकताएं तय करना समय प्रबंधन की पहली सीढ़ी है. लक्ष्य तय हो तो उसे पाने का रास्ता आप आसानी से तैयार कर सकते हैं. इसके बाद आप अपने लिए एक रूटीन तैयार करें. उस पर फोकस करते हुए अमल कीजिए. यही समय प्रबंधन का की-फैक्टर है. आप देखें कि पिछले हफ्ते में अगर आप अपने रूटीन पर पूरी तरह अमल नहीं कर पाये हैं, तो उस रही-सही कसर को आनेवाले हफ्तों में पूरा करने की कोशिश करें.
यह भी जानें
स्नातक किये हुए 20 से 28 वर्ष के युवा इस परीक्षा में खुद का पंजीकरण करा सकते हैं. परीक्षा का हिस्सा बनने के लिए सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के युवाओं को 400 रुपये, अनुसूचित जाति-जनजाति एवं शारीरिक रूप से अक्षम युवाओं को 100 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा. आवेदन सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से करना होगा.