अमरीका के ओक्लाहोमा राज्य में बलात्कार के दोषी एक व्यक्ति को उनके अंधे होने के कारण जेल की सज़ा नहीं दी गई है. इस मुद्दे पर वहां की महिला अधिकार संस्थाओं में गुस्सा है.
36 साल के बेन्जामिन लॉरेन्स पेटी नाम के एक व्यक्ति पर 13 साल की एक बच्ची के साथ बलात्कार करने का आरोप है. बेन्जामिन ने चर्च के कैंप में आई इस बच्ची के हाथों को रस्सी से बांध कर उसका बलात्कार किया और उसके बाद उसको धमकी दी कि वो ये बात किसी को नहीं बताएगी.
स्थानीय अभियोक्ता का कहना है कि बेन्जामिन को जेल की सज़ा ना मिलने के पीछे "एक बड़ा कारण" उनका अंधा होना है.
पीड़ित बच्ची के परिवार के वकील का कहना है कि वो अदालत के इस फ़ैसले को स्वीकार करते हैं.
बलात्कार पीड़िताओं के कपड़ों की प्रदर्शनी
बच्ची के बलात्कार के बाद पाक में गुस्सा, हिंसक प्रदर्शन
चेतावनी: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी आपको विचलित कर सकती है.
ये बच्ची जून 2016 में टेक्सस चर्च के फॉल्स क्रीक कैंप गई हुई थी जिस दौरान यह घटना हुई. उस वक्त पेटी इस कैंप में रसोईये का काम करते थे.
ये कैंप दुनिया के सबसे बड़ें कैंपों में से हैं जहां हर साल गर्मियों में समर कैंप के लिए पचास हज़ार से अधिक युवा आते हैं.
बेन्जामिन ने फर्ट डिग्री बलात्कार, बच्ची के साथ जबर्दस्ती के आरोप स्वीकर किए जिसके बाद उनके ख़िलाफ़ जेल की सज़ा माफ़ कर दी गई.
मुर्रे काउंटी के सहायक जिला अटॉर्नी डेविड पाइल ने ओक्लाहोमन अख़बार को बताया कि बलात्कार का दोषी होने के बाद भी जेल की सज़ा माफ़ इसलिए की गई क्योंकि "अपराधी व्यक्ति अंधे हैं और पीड़ित बच्ची के माता-पिता और बच्ची खुद इस राज्य से बाहर रहते हैं. वो इस मामले के लिए बार-बार अदालत आना नहीं चाहते."
घरेलू हिंसा और यौन उत्पीड़न के ख़िलाफ़ बने ग़ैर-सरकारी संगठन ओक्लाहोमा कोआलिशन की कार्यकारी निदेशक, कैंडिडा मेनियॉन ने एसोसिएटेड प्रेस समाचार एजेंसी को बताया कि "अगर जुर्म करने वाले को किसी कारण अंपग होने के कारण या किसी और कारण सज़ा ना दी जाए तो इसका ग़लत संदेश पीड़ित को जाता है."
मेनियॉन कहती हैं, "आपराधिक न्याय व्यवस्था में यौन उत्पीड़न को ले कर जानकारी की कमी है, और हम जानते हैं कि हिंसक अपराधों को अंजाम देने वाले फिर से अपराध करते हैं."
बच्ची की निर्मम हत्या, बलात्कार की आशंका
‘उसका बलात्कार निर्भया के बाद हुआ’
कैंप और इसे चलाने वले चर्च के ख़िलाफ़ बच्ची की तरफ से मुकदमा लड़ रहे ब्रूस रॉबर्टसन ने अख़बार को बताया कि इस मामले में अपराध स्वीकार करने संबंधी समझौता तब हुआ "जब जिला अटॉर्नी के दफ्तर ने बच्ची के परिवार को बताया कि अपने स्वास्थ्य के कारण दोषी को जेल की सज़ा देने से ज़रूरी नहीं कि उन्हें सज़ा मिले."
रॉबर्टसन कहते हैं, "इस बात के आधार पर परिवार ने जेल की सज़ा ना दिए जाने का विरोध नहीं किया."
उन्होंने बताया कि पेटी को दो साल तक अपनी कलाई पर एक मॉनिटर पहनना पड़ेगा जिससे उनकी पहचान एक बलात्कार को दोषी के तौर पर होगी. साथ ही 15 साल की जेल की सज़ा की माफी का जो वक्त है उस दौरान उन्हें अपना उपचार कराना होगा.
‘तुम विकलांग हो, तुम्हारे बलात्कार से क्या मिलेगा?’
‘पद्मावत’ क्यों पद्मावती के ख़िलाफ़ है?
‘मेरी बच्ची कहती है, अम्मा मैं भी ज़ैनब हूं’
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
]]>