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70 साल बाद अलग अलग क्रिसमस मनाने को मजबूर

<p>कनाडा में एक बुज़ुर्ग जोड़ा यह जान कर बहुत दुखी हैं कि पिछले सात दशकों में पहली बार वो क्रिसमस में साथ नहीं रहेंगे. उन्हें अलग रहना होगा.</p><p>अपनी 89 वर्षीय पत्नी ऑड्रे गुडिन के साथ केयर सेंटर में रह रहे 91 साल के हर्बर्ट गुडिन को बताया गया कि उन्हें नर्सिंग होम में जाना होगा.</p><p>पर्थ-एंडोवर […]

<p>कनाडा में एक बुज़ुर्ग जोड़ा यह जान कर बहुत दुखी हैं कि पिछले सात दशकों में पहली बार वो क्रिसमस में साथ नहीं रहेंगे. उन्हें अलग रहना होगा.</p><p>अपनी 89 वर्षीय पत्नी ऑड्रे गुडिन के साथ केयर सेंटर में रह रहे 91 साल के हर्बर्ट गुडिन को बताया गया कि उन्हें नर्सिंग होम में जाना होगा.</p><p>पर्थ-एंडोवर में स्थित न्यू ब्रन्सविक ने इस युगल को बताया कि उन्हें हफ़्ते के अंत में जाना है.</p><p>फ़ेसबुक पर इस कहानी के आने के बाद पूरे देश में इस क़दम का विरोध हो रहा है.</p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/international-38143577">एक लाख अंडे खा चुकी है सबसे बुज़ुर्ग महिला</a></p><p>बुज़ुर्ग युगल की बेटी डायने फिलिप्स ने रविवार को फ़ेसबुक पर लिखा, &quot;जब मैं अपने माता-पिता से बात कर रही थी तो पीछे से मेरी मां के रोने की आवाज़ आयी.&quot;</p><p><a href="https://twitter.com/karenpalmeryvr/status/943143094920232960">https://twitter.com/karenpalmeryvr/status/943143094920232960</a></p><p><strong>&quot;</strong><strong>हमारा आज तक का सबसे </strong><strong>ख़राब </strong><strong>क्रिसमस</strong><strong>&quot;</strong></p><p>उन्होंने कहा, &quot;मेरी मां ने कहा, क्रिसमस हमारे लिए खत्म हो गया है, यह हमारा आज तक का सबसे ख़राब क्रिसमस है. छुट्टियों के बाद तक का इंतज़ार क्यों नहीं किया जा सकता था?&quot;</p><p>फिलिप्स ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को प्रांतीय विभाग से फ़ोन आया और उन्होंने कहा कि उनके पिता को, जिनकी तबीयत में हाल ही में गिरावट आयी है, इससे बेहतर सुविधाओं वाले दूसरे केयर सेंटर में ले जाया जाएगा.</p><p>उन्होंने बताया कि जब वो तुरंत फ़ैसला नहीं ले सकीं, तो विभाग ने ख़ुद ही निर्णय ले लिया.</p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/india-39793368">दादी कर रही है मॉडलिंग……</a></p><p><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/india-38921948">95 वर्षीय उम्मीदवार की कहानी में ट्विस्ट</a></p><p><strong>सरकार के नियमों का पालन</strong><strong> कर रहा केयर सेंटर</strong></p><p>उन्होंने बताया कि उन्होंने विभाग से एक हफ़्ते के बाद का समय देने के लिए कहा ताकि वो क्रिसमस साथ बिता सकें, लेकिन वो इसके लिए राजी नहीं हुए.</p><p>केयर सेंटर के एक प्रतिनिधि ने फिलिप्स के फ़ेसबुक पर पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी.</p><p>उन्होंने लिखा, &quot;जब हमारे पास रहने वाले किसी शख़्स को यहां के स्तर से अधिक सुविधा चाहिए है, तो मुझे सरकारी नियमों का पालन करना ही होगा. नियमों का पालन नहीं करना क़ानून के ख़िलाफ़ है और मेरा लाइसेंस रद्द हो सकता है. फ़ैसला हो चुका है और अब यह मेरे हाथों से बाहर है.&quot;</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong> और </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>

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