जानीमानी भारतीय शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी का कोलकाता में निधन हो गया है. वे 88 वर्ष की थीं.
सेनिया और बनारस घराने से संबंध रखने वाली गिरिजा देवी ‘ठुमरी क्वीन’ के नाम से मशहूर थीं.
गिरिजा देवी: पूरब-अंग गायिकी की अंतिम दीपशिखा
संगीत और कला जगत से जुड़ी कई जानीमानी हस्तियों ने गिरिजा देवी के निधन पर शोक जताते हुए भारतीय शास्त्रीय संगीत के लिए इसे एक बड़ी क्षति बताया है.
जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, गिरिजा देवी के निधन के साथ एक युग का अंत हुआ है. अब ऐसे लोग नहीं होंगे. गिरिजा जी, मेरा आपको सलाम.’
8 मई 1929 को बनारस में जन्मी गिरिजा देवी ने ख़्याल और टप्पा गायकी में अपनी एक अलग पहचान बहुत कम उम्र में ही बना ली थी.
भारत सरकार ने उन्हें पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिरिजा देवी के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, ‘गिरिजा देवी का संगीत हर पीढ़ी को आकर्षित करता था. भारतीय शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने के लिए उनकी कोशिशें हमेशा हमारी यादों में रहेंगी.’
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