सोशल मीडिया पर अकसर महिलाओं को अभद्र भाषा सहनी पड़ती है.
ट्रोल करने और गाली देने वाले लोगों की इस गंदी आदत का अंदाज़ा हत्या के बाद गौरी लंकेश को दी गई गालियों से लगा सकते हैं.
एक दूसरा उदाहरण गुरमेहर कौर का भी है, जिनके एक साल पुराने वीडियो के एक हिस्से को गलत तरीके से पेश किया गया और फिर गालियों से प्रहार.
सोशल मीडिया पर गाली झेलने वालों में पुरुष भी शामिल होते हैं और महिलाएं भी.
गाली देने वालों के ख़िलाफ़ महिलाएं एकजुट
दुनियाभर से महिलाएं ट्विटर पर गाली देने वालों के ख़िलाफ़ एकजुट हो गई हैं. ये महिलाएं ट्विटर पर शुक्रवार को #WomenBoycottTwitter के साथ ट्वीट कर रही हैं.
इन महिलाओं का कहना है कि 13 अक्टूबर को वो ट्विटर का बायकॉट करेंगी. मकसद है गाली देने वालों और ऐसे लोगों को लेकर कोई सख्त पॉलिसी न होने को लेकर ट्विटर का विरोध.
पत्रकार रेघा झा ने ट्वीट किया, ‘हमें सालों से बेहतर हैरसमेंट पॉलिसी की ज़रूरत है और ट्विटर ने अब तक कोई मजबूत कदम नहीं उठाया है. आइए देखते हैं क्या होता है, अगर महिलाएं एक दिन के लिए ट्विटर का बायकॉट कर दें.’
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत कई पुरुष भी महिलाओं की इस मुहिम के समर्थन में आए हैं. उमर ने ट्वीट किया, ‘एक बेहतर एंटी हैरेसमेंट पॉलिसी के 24 घंटे के लिए विरोध कर रही महिलाओं के समर्थन में मैं भी इस बायकॉट में शामिल हूं. मैं ट्विटर पर कल वापसी लौटूंगा.’
मेघना ने लिखा, ‘जबरन चुप कराए जाने का विरोध चुप रहकर? अपनी आवाज़ उठाइए, चिल्लाइए और एक भी दिन के लिए चुप मत होइए.’
बिंदास लड़की नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया- मैं ट्विटर का बायकॉट करूंगी क्योंकि महिलाओं का लगातार उत्पीड़न हो रहा है और इसके जवाब में कुछ नहीं किया जाता.
भारत पहुंचने से पहले इस हैशटैग के साथ अमरीका समेत दुनिया के कई देशों की महिलाएं ट्वीट कर रही हैं.
अमरीकी मॉडल क्रिस्सी टेगन ने इस हैशटैग के साथ लिखा, ‘लड़कियों, आओ ट्विटर का बायकॉट करें. नफरत के लिए नहीं, बल्कि इसलिए क्योंकि हमें इस प्लेटफॉर्म से प्यार है और जानती हूं कि ये बेहतर करेगा.’
कहां से हुई इस मुहिम की शुरुआत?
कुछ दिन पहले हॉलीवुड फिल्म निर्माता हार्वे वीनस्टीन पर एंजेलीना जोली समेत कई एक्ट्रेस ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे.
हार्वे वीनस्टीन पर आरोप लगाने वाली एक एक्ट्रेस रोज़ मैक्गोवेन भी थीं. रोज़ मैक्गोवेन ने अपने ट्विटर अकाउंट से हार्वे को लेकर कई ट्वीट्स किए.
इन ट्वीट्स को लेकर ट्विटर ने रोज़ का अकाउंट सस्पेंड कर दिया. ट्विटर के इस कदम की जमकर आलोचना हुई. बढ़ती आलोचना देख ट्विटर को ट्वीट कर सफाई पेश करनी पड़ी.
ट्विटर सेफ्टी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिख गया, ‘हम रोज़ मेकगोवेन टीम से संपर्क में हैं. हम ये साफ कर दें कि हमने कुछ देर के लिए रोज़ का अकाउंट अस्थायी रूप से लॉक किया था क्योंकि उनके एक ट्वीट में प्राइवेट फोन नंबर था. ये हमारी पॉलिसी के खिलाफ है.
- अब इस ट्वीट को हटा दिया गया है और अकाउंट को अनलॉक कर दिया है. अपने प्लेटफॉर्म पर सच बोलने वालों का समर्थन करने पर हमें गर्व है.
- ट्विटर पर बहादुर पुरुषों और महिलाओं के कहानी साझा करने वालों के हम साथ हैं. हम उनके बोलने के अधिकारों की रक्षा करने की तरफ और बेहतर कोशिशें करेंगे.’
….लेकिन मुहिम शुरू हो चुकी थी
ट्विटर ने भले ही इस मसले पर सफाई पेश कर दी हो लेकिन महिलाओं ने ट्विटर का बायकॉट करना शुरू कर दिया.
आद्रे नाम की यूजर लिखती हैं, ‘ डोनल्ड ट्रंप जब लिंड्स ग्राहम का फोन नंबर ट्वीट करते हैं, तब ट्विटर उनका अकाउंट सस्पेंड नहीं करता है, ये कितना गलता है. रोज मैकगोवेन के मामले में ऐसा नहीं हुआ.’
हालांकि कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इसका विरोध कर रहे हैं.
एनी क्लार्क लिखती हैं, ‘ये बेवकूफाना आइडिया है. पहली बात कभी भी 100 फीसदी महिलाएं ट्विटर का बायकॉट नहीं करेंगी. दूसरी बात ट्विटर को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.’
@joeyxmarley ने लिखा, ‘अच्छा तो महिलाएं आज ट्वीट नहीं करेंगी. तो ये बताइए कि फिर ये कौन लोग हैं जो #WomenBoycottTwitter ट्रेंड करवा रहे हैं.’
ज्ञान वर्षा ने ट्वीट किया, ‘हम ट्विटर का वाकई बायकॉट कर रहे हैं… वो भी इस बारे में ट्वीट करके.’
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