क्या आपमें वस्तुओं की डिजाइनिंग और उसकी खूबसूरती से ग्राहकों को सम्मोहित करने का हुनर है? अगर हां, तो निश्चित तौर पर विजुअल मर्चेडाइजिंग आपकी कल्पनाओं के लिए न केवल एक प्लेटफॉर्म है, बल्कि आपको कामयाबी की बुलंदियों पर भी ले जा सकता है. आइये जानें इस क्षेत्र के बारे में विस्तार से.
एक कल्पनाशील व्यक्ति अपने आसपास की वस्तुओं को रचनात्मकता के कौशल से न केवल आकर्षक बना सकता है, बल्कि लोगों को उस वस्तु की ओर देखने और एक पल के लिए ठहर कर सोचने को विवश कर सकता है. चीजों को आकर्षक बनाने के साथ अगर आपके पास प्रबंधन का हुनर भी है, तो विजुअल मर्चेडाइजिंग आपके लिए एक बेहतरीन क्षेत्र है. इसमें आप कैरियर को नयी ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं. आपके पास डिजाइनिंग या डिस्पले में डिग्री/ डिप्लोमा है, तो निश्चित तौर पर रिटेल इंडस्ट्री समेत तमाम क्षेत्रों में अवसरों की भरमार है.
कौन होते हैं विजुअल मर्चेडाइजर
किसी रिटेल कंपनी में विजुअल मर्चेडाइजर डिस्पले टीम का सर्वेसर्वा होता है. कंपनी में उत्पादों और सेंटरों को आकर्षक बनाने का खाका तैयार करना भी विजुअल मर्चेडाइजर के ही जिम्मे होता है. उत्पादों की डिजाइन बेहतर बनाने या कहें उपभोक्ताओं को आकर्षित करने की योजना विजुअल मर्चेडाइजर ही तैयार करता है. इसके अलावा, उस पर डमी ड्रेसिंग, स्क्रीन, फैब्रिक, पोस्टर और स्टोर प्रबंधन की जिम्मेवारी भी होती है.
एक बेहतर विजुअल मर्चेडाइजर के लिए कुछ खास चीजें जरूरी हैं. जैसे-
डिजाइनिंग, कलर और ट्रेंड की मौलिक और अत्याधुनिक समझ.
कल्पनाशीलता और रचनात्मकता.
फैशन, संस्कृति और उच्चस्तर की एकाग्रता.
निर्धारित समयावधि में काम पूरा करने की क्षमता.
समूह में काम करने की योग्यता और आइटी स्किल.
कहां से होगी शुरुआत
एक बार शुरुआत करने के बाद अनुभव के साथ काम में परफेक्शन आने लगता है. जॉब के दौरान कई व्यावहारिक जानकारियों से प्रोफेशनल्स रूबरू होते हैं. कुछ बड़ी रिटेल कंपनियां अपने डिस्पले स्टाफ के लिए प्रशिक्षण की सुविधा मुहैया कराती हैं. कंपनियों में काम के दौरान सीनियरों से काफी जानकारियां मिलती हैं, पर असली कामयाबी खुद की स्किल डेवलपमेंट पर निर्भर करती है. ज्यादातर कंपनियां इस पेशे के लिए उच्च स्तर की डिग्री/ डिप्लोमा रखनेवाले पेशेवरों को वरीयता देती हैं. शुरुआती स्तर पर विजुअल मर्चेडाइजिंग के लिए अतिरिक्त शिक्षा या प्रशिक्षण की मांग नहीं की जाती है. मौजूदा समय में यहां पर अवसरों की कमी नहीं है. इसके अलावा, इस पेशे में महारथ हासिल करनेवाले पेशेवरों की विदेशों में भी काफी मांग रहती है.
कहां मिलेगा काम
आनेवाले समय में विजुअल मर्चेडाइजिंग के क्षेत्र में अवसरों की भरमार रहेगी. इसकी वजह है देश में तेजी से बढ़ता रिटेल कारोबार. मल्टी ब्रांड आउटलेट के आने से काफी संख्या में पेशेवरों की जरूरत होगी. इसके लिए पहले से प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को एक बेहतर मौका मिल सकेगा. हालांकि, डिजाइनिंग के चार वर्षीय बैचलर कोर्स में विजुअल मर्चेडाइजिंग अहम हिस्सा होता है. अंतिम सेमेस्टर में छात्रों को काफी हद तक फैशन कम्युनिकेशन, फोटोग्राफी, ग्राफिक डिजाइनिंग, एडवर्टाइजिंग की बेहतर जानकारी मुहैया करा दी जाती है. विजुअल मर्चेडाइजर के लिए फैशन, होमवेयर विभाग और स्टोर में जॉब सुरक्षित मानी जाती है. यहां कैरियर की शुरुआत आसानी से कर सकते हैं. इसके अलावा, नये लोगों को सीखने का ज्यादा मौका मिलता है. म्यूजियम, टूरिस्ट प्लेस, एयरपोर्ट और होटल में भी कैरियर बनाने के रास्ते खुले रहते हैं. साथ ही, प्रदर्शनी और इंटीरियर डिजाइनिंग में भी भविष्य तलाश सकते हैं.
क्या होगी शुरुआती कमाई
अच्छे संस्थान से डिग्री/ डिप्लोमा धारकों में फ्रेशर या असिस्टेंट विजुअल मर्चेडाइजर को 25,000 से 30,000 रुपये तक प्रतिमाह मिलते हैं. मैनेजर के पद पर पहुंचने पर प्रतिमाह कमाई 50,000 से 60,000 रुपये तक हो सकती है. 10 वर्षो का अनुभव रखनेवाले हेड विजुअल मर्चेडाइजर की प्रतिमाह कमाई एक लाख रुपये से ऊपर तक हो सकती है.