नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, मुलायम सिंह यादव और अरविंद केजरीवाल के उत्तर प्रदेश से चुनावी रण में उतरने के फैसले के बाद कहा जा रहा है कि देश का अगला प्रधानमंत्री इसी राज्य से हो सकता है. वाराणसी से भाजपा के नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी से इस राज्य की ओर पूरे विश्व की निगाहें हैं. आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के भी मोदी के खिलाफ वाराणसी से ही लड़ने की संभावना है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पारंपरिक सीट अमेठी से किस्मत आजमा रहे हैं.
कुछ लोग भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को भी इस पद की दौड़ में शामिल बताते हैं. वे भी उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ही चुनाव मैदान में हैं. लखनऊ से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी चुनाव लड़ा करते थे. गंठबंधन राजनीति के दौर में अगर भाजपा और कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला और एनडीए तथा यूपीए भी बहुमत से दूर रह गये, तो भी तीसरे मोरचे की सरकार बनने पर यूपी से प्रधानमंत्री पद के लिए दो उम्मीदवारों का दावा मजबूत नजर आ रहा है.
राज्य में चुनाव को मुलायम सिंह यादव और मायावती भी दिलचस्प बना रहे हैं. यह दोनों भी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. मायावती लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ रही हैं. वह राज्यसभा की सांसद हैं. प्रधानमंत्री पद के चार दावेदारों की वजह से उत्तर प्रदेश चुनावी सुर्खियों में है. हालांकि, पश्चिम बंगाल की तेज-तर्रार नेता ममता बनर्जी और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता समेत कई अन्य नेता भी देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं.