सावधान! कहीं आपके बैंक तो नहीं खा रहे जेवरात, कानपुर एक ही लॉकर में चौथी बार चोरी, 2.5 करोड़ के जेवर गायब

Knapur News: आपको बता दे कि कानपुर के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराची खाना शाखा में रखे जेवरात गायब होने की सोमवार तक तीन घटनाएं सामने आई थी लेकिन मंगलवार जब ग्राहक अपना लॉकर चेक करने पहुँचे तो 4 लॉकर और खाली मिले.

By Prabhat Khabar | April 7, 2022 2:53 PM

Knapur News: कानपुर नगर में बैंक लॉकर में रखा सामान लापता होने का सिलसिला लगातार जारी है. एक-दो नहीं बल्कि सात बैंक ग्राहकों के लॉकर में रखा गया सामान लापता हो गया है. इसका खुलासा तब हुआ जब पिछले 22 दिनों में एक-एक करके सात बैंक ग्राहक अपने बैंक लॉकर में रखे सामान को चेक करने पहुंचे. लेकिन, जैसे ही उन्होंने लॉकर खोले उनके होश उड़ गए.

आपको बता दे कि कानपुर के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराची खाना शाखा में रखे जेवरात गायब होने की सोमवार तक तीन घटनाएं सामने आई थी लेकिन मंगलवार जब ग्राहक अपना लॉकर चेक करने पहुँचे तो 4 लॉकर और खाली मिले. जिसके बाद ग्राहकों ने बैंक में संपर्क किया लेकिन बैंक की ओर से संतुष्ट करने लायक जवाब नहीं मिला.तब ग्राहकों ने फीलखाना थाने में जाकर लिखित तहरीर दी है.फीलखाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Also Read: UP News: महंगाई का आम आदमी को एक और झटका, Ola-Uber ने सात फीसदी बढ़ाया किराया
हंगामे के बाद बैंक कर्मचारी को हटाया गया

ग्राहकों के हंगामा करने से हड़कंप मच गया जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने शाखा मैनेजर रामप्रसाद और लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय को हटा दिया है. बड़े बड़े अधिकारी मुख्यालय से मामले को देखने के लिए बैंक भेजे जा रहे हैं. वहीं पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है. बैंक प्रबंधन ने आग्रह किया है कि सभी ग्राहक बैंक आकर अपने लॉकर वीडियोग्राफी के साथ चेक कर लें. इस दौरान मंगलवार को बड़ी संख्या में पहुंचे ग्राहकों ने हंगामा कर दिया.

बैंक ने ग्रहकों से की ये अपील

दरअसल, कोहना रानीघाट निवासी देवकी नंदन पोद्दार और उनकी पत्नी शकुंतला का सेंट्रल बैंक की कराची खाना शाखा में जॉइंट अकाउंट है. बैंक में ही उन्होंने 511 नंबर लॉकर भी लिया था. दंपति की मानें तो लॉकर में करीब ₹30 लाख के जेवरात रखे थे. आखिरी बार फरवरी 2020 में लॉकर चेक किया था तब जेवरात रखे हुए मिले थे. इसके बाद सोमवार को दंपत्ति ने बैंक पहुंचकर लॉकर खोलने का प्रयास किया तो नहीं खुला बाद में लॉकर कंपनी के कर्मचारी की मदद से लॉकर खोला गया. इसमें एक भी जेवरात नहीं मिला. इससे पहले 14 मार्च को इसी बैंक की शाखा के लॉकर से मंजू भट्टाचार्य के 30 लाख रूपए के जेवरात गायब हो गए थे. इसके कुछ दिन बाद सीमा गुप्ता के लॉकर से 20 लाख के जेवरात गायब हो चुके हैं. अब बैंक अपने ग्राहकों से अपील कर रहा है कि सभी ग्राहक आकर अपनी लॉकर चेक कर लें.

अब तक इन ग्राहकों के लाकर से नहीं मिले जेवर

पीडि़त जेवर का अनुमानित मूल्य

  • मंजू भट्टाचार्य – 30 लाख रुपये

  • सीता गुप्ता – 20 लाख रुपये

  • शकुंतला देवी – 30 लाख रुपये

  • पंकज गुप्ता – 25 लाख रुपये

  • मीना यादव – 80 लाख से एक करोड़ रुपये

  • निर्मला तहल्यानी – 35 लाख रुपये

  • वैभव महेश्वरी – 20 लाख रुपये

Next Article

Exit mobile version