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Friday, March 29, 2024

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साहिबगंज : एक कमरे में चल रहा महिला थाना, स्कूटी के भरोसे थाना प्रभारी

महिला थाना में प्रभारी के अलावा अतिरिक्त पदाधिकारी या आरक्षी नहीं रहने एवं चारपहिया वाहन नहीं होने के कारण कई बार शिकायत मिलने पर घटनास्थल के जांच करने व कांड के अनुसंधान करने में संबंधित पदाधिकारी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

साहिबगंज : राजमहल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत दो पुलिस अनुमंडल राजमहल व बरहरवा क्षेत्र अंतर्गत में सात थाना क्षेत्र के लिए राजमहल में महिला थाना बनाया गया है. शुभारंभ 14 जून 2022 को किया गया. पहली महिला थाना प्रभारी के रूप में गायत्री कुमारी का पदस्थापन हुआ था. पर महिला थाना का अपना सीसीटीएनएस नहीं होने के कारण एफआइआर की प्रक्रिया नहीं हो रही थी. सीसीटीएनएस मिलने के बाद से अब तक में चार मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी. वर्तमान में महिला थाना प्रभारी के रूप में फुलजेंसिया टोप्नो पदस्थापित हैं. राजमहल थाना परिसर के ही एक कमरा में महिला थाना संचालित हो रहा है. महिला थाना के लिए पुलिस पदाधिकारी आरक्षी एवं संसाधनों की भी कमी है. प्रभारी के अलावा लेखन कार्य निष्पादित करने के लिए महिला आरक्षी की पदस्थापना की गयी है. ऐसे में महिला सुरक्षा पर डटे रहना चुनौती होती है. महिला थाना को चारपहिया वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया है. प्रभारी को स्कूटी उपलब्ध करायी गयी है.

अनुसंधान में होती है परेशानी

महिला थाना में प्रभारी के अलावा अतिरिक्त पदाधिकारी या आरक्षी नहीं रहने एवं चारपहिया वाहन नहीं होने के कारण कई बार शिकायत मिलने पर घटनास्थल के जांच करने व कांड के अनुसंधान करने में संबंधित पदाधिकारी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. हालांकि कई बार राजमहल थाना के पदस्थापित पदाधिकारी के सहयोग से कार्यों के निष्पादन होता है.

अनुमंडलय अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होना बड़ी समस्या

राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण युवती या महिलाओं की मेडिकल जांच कराने के अनुमंडलीय अस्पताल से रेफर करा कर सदर अस्पताल साहिबगंज जाना पड़ता है. महिला थाना के पदाधिकारी के लिए राजमहल में महिला चिकित्सक नहीं होना बड़ी समस्या है. महिला थाना में अपना वाहन नहीं होने के कारण राजमहल थाना से वाहन की मांग की जाती है. कई बार गश्ती या वीआइपी मूवमेंट होने पर वाहन नहीं मिल पाता है ऐसे में देखा गया है कि कई बार परिजन ही निजी वाहन व्यवस्था कर मेडिकल के लिए जाते हैं. अन्य थाना क्षेत्र के मामले भी कई समस्याएं उत्पन्न होती है.

पॉक्सो एक्ट की पीड़िता का साहिबगंज में लिया जाता है बयान

पूर्व में राजमहल व्यवहार न्यायालय में ही पॉक्सो एक्ट से संबंधित मामलों की सुनवाई होती थी. लेकिन जनवरी 2023 से पॉक्सो न्यायालय को व्यवहार न्यायालय राजमहल से स्थानांतरित कर साहिबगंज जिला न्यायालय में ही शिफ्ट कर दिया गया. संबंधित कैदी को भी राजमहल उपकारा से साहिबगंज कारा में शिफ्ट किया गया है. पूर्व से संचालित पॉक्सो के लगभग 100 मामले की सुनवाई साहिबगंज में होने लगी. पॉक्सो से संबंधित किसी भी पीड़िता का बयान कलमबद्ध कराने के लिए साहिबगंज जाना पड़ता है . इसके लिए भी चारपहिया वाहन की आवश्यकता अनिवार्य होती है.

कहती हैं महिला थाना प्रभारी

महिला थाना में पदाधिकारी व संसाधन की कमी है. इससे वरीय पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है. महिला थाना का अपना चारपहिया वाहन नहीं होना एवं राजमहल में महिला चिकित्सक नहीं होना सबसे बड़ी समस्या है

फुलजेंसिया टोप्नो, महिला थाना प्रभारी, राजमहल

महिला थाना के रिसेप्शन भवन को लेकर उपायुक्त को पत्राचार किया गया है. जिला मुख्यालय में वाहन की उपलब्धता होते ही राजमहल को चारपहिया वाहन उपलब्ध करा दिया जायेगा. पदाधिकारी या वाहन मामले की समस्या को राजमहल थाना के सहयोग से निष्पादित करने का निर्देश दिया गया है.

नौशाद आलम, एसपी

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