आज शर्मिला टैगोर आज अपना जन्मदिन मना रही हैं. वैसे तो क्रिकेट और बॉलीवुड का रिश्ता काफी दिलचस्प माना जाता है. ऐसे कई क्रिकेटर हैं जिन्होंने अभिनेत्रियों से शादी है, ऐसी ही जोड़ी में शामिल हैं मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की जोड़ी. आपको बता दें शर्मिला का दिल जीतने के लिए करीब 4 साल का समय लगे था नवाब पटौदी को.
कुछ ऐसे हुई थी मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की मुलाकात
दोनों की पहली मुलाकात 1965 में दिल्ली में हुई. शर्मिला उन दिनों एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में दिल्ली में थी. पटौदी उस समय दुनिया के सबसे युवा कप्तान थे. दोनों की मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड की वजह हुई. पहली ही मुलाकात में पटौदी शर्मिला टैगोर को दिल दे बैठे, लेकिन मोहब्बत की राह यहां भी कठिन थी, क्योंकि टाइगर पटौदी नवाब खानदान से थे और शर्मिला बॉलीवुड एक्ट्रेस .दोनों के धर्म अलग थे, लेकिन इश्क बदस्तूर जारी था. कुछ साल बाद जब दोनों ने शादी का फैसला किया तो दोनों परिवार ने इसे स्वीकार नहीं किया. शर्मिला के घरवालों को ये पसंद नहीं आया कि वो किसी नवाब से शादी करें. तो पटौदी का परिवार नहीं चाहता था कि उनकी शादी किसी बॉलीवुड एक्ट्रेस से हो.
दिसंबर 1968 को हुई थी शर्मिला और मंसूर अली खान की शादी
27 दिसंबर 1968 में शर्मिला और मंसूर अली खान पटौदी ने शादी कर ली. टाइगर की बारात शर्मिला के कोलकाता वाले घर में आई. निकाह के दौरान शर्मिला का नाम आएशा सुल्ताना रखा गया लेकिन ये नाम निकाह तक ही सीमित रहा. नबाव पटौदी और दुनिया के लिए वो शर्मिला टेगोर ही बनी रही. टाइगर ने हमेशा उन्हें इसी नाम से पुकारा.
शर्मिला को गिफ्ट्स से लुभाते थे नवाब पटौदी
मंसूर अली खान पटौदी जब भी मैच विदेशों में मैच खेलने जाते तो शर्मिला के गिफ्ट्स जरूर लाते थे. शर्मिला को महंगे से महंगे परफ्यूम तोहफे में देते थे. टाइगर और शर्मिला फेमस कपल बन गए और साथ साथ फिल्मी पार्टियों में नजर आने लगे. शर्मिला भी नवाब का साथ उन पार्टियों में हाजिर होकर देने लगीं, जो क्रिकेट या शाही खानदान से जुड़ी होती थीं.
शर्मिला बहुत खुले माहौल में पली बढी थी. उन्होंने पहली बार शराब अपने पापा के साथ पी थी. सिगरेट की भी वे शौकीन रहीं. उनकी मॉर्डन लाइफ स्टाइल को देखकर लोग यहीं समझते थे कि टाइगर और शर्मिला का साथ लंबा नहीं चलेगा लेकिन शर्मिला ने सबको गलत साबित कर दिया.
Posted By: Shaurya Punj