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रेल यात्री ऐप इस्तेमाल करने वाले सावधान! डार्क वेब पर बिक रहा 3.1 करोड़ का डाटा, इस सूची में आप भी हैं शामिल?

रेल यात्री मोबाइल ऐप आईआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) का अधिकृत ऐप है, जिसके जरिए ट्रेनों का टिकट बुक कराने, पीएनआर स्टेटस की जानकारी लेने और ठहरने के लिए अतिथिगृह की बुकिंग कराई जाती है.

नई दिल्ली : साइबर क्रिमिनल कभी संस्थानों और मंत्रालयों की वेबसाइट हैक कर लेते हैं, तो भी किसी ऐप का डाटा चुराकर मोबाइल यूजर को अपनी ठगी का शिकार बनाते हैं. इस बार इन साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर रेल यात्री ऐप यूज करने वाले यूजर्स हैं. खबर है कि डार्क वेब पर रेल यात्री ऐप यूज करने वाले मोबाइल यूजर्स के करीब 3.1 करोड़ डाटा की बिक्री की जा रही है. इसमें यूजर्स के नाम, ईमेल आईडी, फोन नंबर और उनका लोकेशन जैसी महत्वपूर्ण जानकारी है, जिसे डार्क वेब के जरिए बेची जा रही है. यह मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.

रेल यात्रा ऐप का 3.1 करोड़ डाटा लीक

रेल यात्री मोबाइल ऐप आईआरसीटीसी (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) का अधिकृत ऐप है, जिसके जरिए ट्रेनों का टिकट बुक कराने, पीएनआर स्टेटस की जानकारी लेने और ठहरने के लिए अतिथिगृह की बुकिंग कराई जाती है. अंग्रेजी के समाचार पत्र हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेल यात्री मोबाइल ऐप से करीब 3.1 करोड़ अनुमानित डाटा प्वाइंट का एक सेट डार्क वेब पर बिक्री के लिए रखा गया था. यूनिट 82 के रूप में पहचाने गए एक हैकर ने इस बारे में पोस्ट साझा कर जानकारी दी. हैकर ने दावा किया कि डाटा दिसंबर 2022 में हैक करने के बाद एकत्र किया गया था. यूनिट 82 ने एक लिंक भी साझा किया, जहां डाटा की खरीदने के लिए उनसे संपर्क किया जा सकता है.

एकत्र डाटा के दुरुपयोग की आशंका

समाचार चैनल एबीपी ने विशेषज्ञों के हवाले से लिखा है कि विशेष रूप से फोन नंबर जैसे डेटा प्वाइंट मिलने के बाद इसके दुरुपयोग की गुंजाइश काफी हद तक बढ़ जाती है. इन नंबरों का इस्तेमाल लोगों को सेक्सटॉर्शन, पार्ट-टाइम जॉब रैकेट या पुलिस अधिकारी बनकर वित्तीय धोखाधड़ी जैसे अपराधों को करने में किया जा सकता है. इसके अलावा, नाम, ईमेल आईडी और फोन नंबर का इस्तेमाल जाली दस्तावेज बनाने में हो सकता है. डेटा प्वाइंट किसी भी प्रकार का डेटा होता है, जिसमें यूजर्स के नाम, ईमेल आईडी, पते और फ़ोन नंबर शामिल होते हैं.

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300 डॉलर में बेचा जा रहा डाटा

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रेल यात्री ऐप से चुराए गए डाटा को बिक्री के लिए ब्रीच्ड फोरम पर बिक्री के लिए रखा गया है. फोरम पर किए गए पोस्ट में बताया गया है कि इसमें कुल 3,10,62,673 डाटा प्वाइंट हैं. यह पूरा डाटा लगभग 12.33 गीगाबाइट है.बायो में यह भी कहा गया है कि यूनिट82 इजराइल में स्थित है और 6 अगस्त, 2022 से ब्रीच्ड फोरम का सदस्य है. हिंदुस्तान टाइम्स ने रविवार की रात यूनिट 82 के साथ संपर्क किया था, तो 300 डॉलर में डाटा को बेचने की पेशकश की गई. यूनिट 82 ने इसे पत्रकारों के लिए रियायती मूल्य बताया था.

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