36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

अपने ही बेटे की मां होने का सबूत मांग रहा सीडब्ल्यूसी, जानें क्या है पूरा मामला

मां कहती रही. मेरा बेटा आपके पास है. मुझे दे दीजिए. सीडब्ल्यूसी ने कहा कि पहले सबूत लाओ. इसके बाद बेटा मिलेगा.

गुमला (दुर्जय पासवान) : मां कहती रही. मेरा बेटा आपके पास है. मुझे दे दीजिए. सीडब्ल्यूसी ने नियम-कानून का हवाला देते हुए कहा कि पहले सबूत लाओ. इसके बाद बेटा मिलेगा.

दरअसल, तीन माह पहले रेशमा इंदवार अपने आठ माह के बेटे कुलदीप मिंज ने सड़क पर छोड़ दिया था. पालकोट पुलिस ने रोते हुए बच्चे को सीडब्ल्यूसी को सौंपा था. तब से बच्चा सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में है.

तीन महीने बाद जब रेशमा को पता चला कि उसका बेटा सीडब्ल्यूसी के पास है, तो वह अपने बेटे को लेने पहुंच गयी. बेटे को देखने व उसे गोद में लेने को तड़प उठी. शुक्रवार सीडब्ल्यूसी कार्यालय पहुंची.

Also Read: Latehar Naxal News : टीपीसी के 14 इनामी उग्रवादियों की सूची जारी, जानें किस पर है कितना का इनाम

वह गुहार लगाते हुए बेटे की मांग की. जब सीडब्ल्यूसी द्वारा सबूत मांगा गया, तो रेशमा ने कहा कि अस्पताल में जन्म से लेकर अन्य कागज को उसके पति ने आग लगा दिया. इसकी वजह से अब उसके पास कोई सबूत नहीं है.

सड़क पर रोता मिला था बच्चा

आठ अक्टूबर, 2020 को गुमला जिला के पालकोट प्रखंड स्थित बिलिंगबीरा रोड से 8 माह का लावारिस बच्चा (लड़का) मिला था. वह रो रहा था. मां को खोज रहा था. राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पालकोट थाना की पुलिस देर शाम को बिलिंगबीरा रोड पहुंची और बच्चे को थाना ले आयी.

उसके माता-पिता की खोज की गयी. माता-पिता नहीं मिले, तो पालकोट पुलिस ने बच्चे को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया. अभी बच्चा सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में है. सीडब्ल्यूसी को लावारिस हालत में मिले बच्चे का नाम तक नहीं मालूम था.

Also Read: Law & Order In Dhanbad : तीन आइपीएस अधिकारियों के बावजूद धनबाद में नहीं थम रहे अपराध, सीएम हेमंत सोरेन से मिलेंगे व्यवसायी

सीडब्ल्यूसी ने बच्चे का नाम अभिषेक कुमार रख दिया. अब जब बच्चे की मां रेशमा सीडब्ल्यूसी पहुंची, तो उसने बताया कि उसके बेटे का असली नाम कुलदीप मिंज है.

प्रमाण पत्र जाना जरूरी : सीडब्ल्यूसी

सीडब्ल्यूसी की सदस्य सुषमा देवी, संजय भगत व डॉ अशोक मिश्रा ने बताया कि बच्चा लावारिस हालत में मिला था. उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि बच्चा किसका है. कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग व्यक्ति ने उसे अपना पोता बताया था.

अब रेशमा इंदवार उसे अपना बेटा बता रही है. प्राथमिक जांच में पता चला है कि जो वृद्ध बच्चे को लेने आया था, रेशमा उसी की बहू है. इससे यह तो कह सकते हैं कि बेटा रेशमा का ही है, लेकिन इसका उसे सबूत देना होगा. तभी बच्चे को उसके हवाले किया जा सकता है.

Also Read: Sadhus In Ramgarh : झारखंड के रामगढ़ में जुटे देश-विदेश के साधु-संत, विश्व शांति व समृद्धि के लिए कर रहे विशेष अनुष्ठान

गुमला सदर अस्पताल में बच्चे का जन्म हुआ था. अस्पताल से प्रमाण पत्र मिलेगा. इसके बाद बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया जायेगा. जिस समय बच्चा मिला था, उसकी उम्र आठ माह थी. अब वह 11 माह का हो गया है.

Posted By : Mithilesh Jha

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें