West Bengal Chunav Date 2021 Live | Election commission Press conference live | Voting in west bengal in eight phases on 27 march covid guidelines to be followed during election 2021 : पश्चिम बंगाल में विधानसभा की 294 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर दी गई है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के द्वारा इलेक्शन की घोषणा की गई है. राज्य में आठ फेज में चुनाय कराया जाएगाा, जबकि परिणाम 2 मई को आएगा. आयोग ने सुदीप जैन को बंगाल का चुनावी प्रभारी बनाया गया है. Bengal Chunav 2021 Dates से जुड़े लेटेस्ट अपडेट के लिए पेज पर बने रहिए
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के एलान पर चुनाव आयोग के ऊपर सवाल उठाया है. ममता बनर्जी ने कहा कि यह कैसे हो सकता है कि तमिलनाडु में एक फेज में चुनाव और बंगाल में आठ फेज में चुनाव. ममता ने आगे कहा कि देखते जाइए, बंगाल में खेला होबे और बीजेपी को हारिए भूत कोरे देबो.
केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ममता सरकार पर हमला बोला है. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने पश्चिम बंगाल में हाईवे बनाने के लिए बहुत पैसे दिए है. हमें डर है कि ममता बनर्जी इसे लटका न दे, अटका न दे, भटका न दे, लेकिन मैं जानता हूं कि हाईवे के लिए जो पैसा दिया है अब वह न लटकेगा, न भटकेगा, न अटकेगा और हाईवे बनेगा क्योंकि TMC जा रही है और BJP आ रही है.
उत्तर हावड़ा विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो दिनों से सियासी माहौल गरमा गया है. चुनाव की तैयारियों में दिन-रात जुटे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच उस समय ग्रहण लग गया, जब हुगली के डानकुनी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुनावी सभा में उत्तर हावड़ा के पूर्व माकपा विधायक लगनदेव सिंह को तृणमूल कांग्रेस का दामन थामते हुए देखा गया. बताया जा रहा है कि उत्तर हावड़ा के तृणमूल कार्यकर्ताओं को श्री सिंह के पाला बदलने की भनक भी नहीं थी.
केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई विकासमूलक योजनाएं शुरू की हैं, ताकि पश्चिम बंगाल का भी विकास हो, लेकिन 'दीदी' हर समय यह कहती हैं कि यह नहीं होगा, नहीं होगा. वह बंगाल का विकास नहीं चाहती हैं, इससे हम बहुत ही दुखी और मर्माहत हैं.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल अपने चरम पर है. चुनाव के एलान से पहले ही तृणमूल कांग्रेस व भाजपा नेता ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं और जनता ऐसे जमा हो रही है, जैसे कोरोना वायरस बंगाल में बेअसर हो गया हो. एक के बाद एक करके बंगाल के कई बड़े नेता कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन इन सबके बाद भी हालात में कोई बदलाव नहीं है. चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ायी जा रही हैं. लोग बेपरवाह हैं और मास्क पहनने व सुरक्षित दूरी जैसे मानदंड बहुत पीछे रह गये हैं. नेताओं के उड़नखटोले को देखते ही बंगाल की जनता कोरोना और इसकी रोकथाम के प्रोटोकॉल को भूल जा रहे हैं.
बंगाल की जनता लोकतांत्रिक व राजनीतिक अधिकारों के प्रति हमेशा ही सजग रही है. इसके गवाह हैं चुनावी आंकड़े. जहां देश के अन्य राज्यों में मतदान प्रतिशत निचले स्तर पर रहता है, वहीं पश्चिम बंगाल में यह बेहद उच्च स्तर पर रहता है. चुनाव कोई भी हो, बंगाल में जनता की भागीदारी काफी रहती है. चुनाव महज चुनाव न होकर एक उत्सव होता है. इसमें अधिकतर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हैं.
चुनाव मतदान
2011 पश्चिम बंग विधानसभा चुनाव 83.02 प्रतिशत
2016 पश्चिम बंग विधानसभा चुनाव 84.33 प्रतिशत
ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि हमलोग चुनाव की घोषणा को लेकर पूरी तरह तैयार हैं. राज्य में 10 साल तक हम लोगों की सरकार है, जिसमें लोगों का साथ मिला है. हमें उम्मीद है कि ममता बनर्जी की नेतृत्व में टीएमसी की तीसरी बार सरकार बनेगी और राज्य में विकास की गति जारी रहेगी.
प्रदेश में होनेवाले विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और हिंसा मुक्त तरीके से कराने के लिए उन्हें सारी जरूरी व्यवस्था में जुट जाने का निर्देश दिया है. उप चुनाव आयुक्त ने डीएम और एसपी से उनके जिलों की स्थिति पर जमा हुई रिपोर्ट की समीक्षा की. वहीं, कोलकाता व जिलों में रैलियों पर हो रहे हमले पर नाराज़गी व्यक्त की
किसी भी राजनीतिक दल को चुनाव प्रचार करने में किसी तरह की परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखने को कहा है. बैठक में राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी भी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे. आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उप चुनाव आयुक्त अगले सप्ताह महानगर दौरे पर आ सकते हैं
उप चुनाव आयुक्त सुदीप जैन ने बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कोलकाता पुलिस आयुक्त सहित अन्य जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को क़ानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने का निर्देश दिया. ग़ौरतलब है कि उप चुनाव आयुक्त सुदीप जैन गुरुवार को महानगर के दौरे पर आने वाले थे, लेकिन अचानक उनका महानगर दौरा टल गया. हालांकि उन्होंने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से कोलकाता पुलिस आयुक्त सहित विभिन्न जिलों के डीएम और एसपी के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए डीएम और एसपी से अपने-अपने जिले में कड़ी नजरदारी रखने को कहा.
बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से सभी प्रकार की तैयारियां की जा रही है, ताकि लोग बिना किसी डर के मतदान कर सकें. इसी के मद्देनजर गुरुवार को रानीगंज थाना पुलिस के साथ केंद्रीय सुरक्षा वाहिनी की टीम ने शहर के विभिन्न अंचलो में रुट मार्च किया. यह रुट मार्च रानीगंज थाना से निकल कर तारबांगला के रास्ते राष्ट्रीय राजमार्ग 60 होते हुए सीआर रोड, हिलबस्ती होते हुए गीर्जापाड़ा तक गयी. इस दौरान जवानों ने लोगों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि आनेवाले विधानसभा चुनाव में वह निडर होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. दरअसल इन दिनों बंगाल में जिस तरह चुनाव से पहले हिंसा में तेजी आयी है, उसे देखते हुए प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है.
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