सिलीगुड़ी: एक आदिवासी युवती के साथ 13 वर्षो से सामूहिक दुष्कर्म किये जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपी सेना के दो सेवानिवृत्त इंजीनियरों दिलीप दे (73) व सुब्रत घोष (68) को बागडोगरा थाने की पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. पीड़िता की मां ने थाने में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
पीड़िता की मां ने बताया कि वे लोग बेंगडूबी एमइएस मोड़ में रहते हैं. वह बेंगडूबी चाय बागान में काम करती है. उसके पति का 1997 में निधन हो गया था. घर की अवस्था खराब होने के कारण 1998 में जब उनकी तीसरी लड़की नौ वर्ष की थी, तब दिलीप दे ने उसे शिक्षा देने व पालन पोषण करने का आश्वासन देकर स्टालिन नगर स्थित अपने घर ले गये. उसके बाद आज तक उनकी लड़की को कभी घर नहीं भेजा गया. हमलोगों से बातचीत भी करने नहीं दिया जाता था. पीड़िता ने बताया कि दिलीप व सुब्रत दोस्त हैं. दोनों दो मंजिले मकान में एक साथ रहते हैं. दिलीप की पत्नी का नाम लीना दे है, जो यहीं रहती है. उसके साथ होनेवाले अत्याचार में वह शामिल है. उसने बताया कि जब वह 12 वर्ष की हुई, तब दोनों ने उसके साथ जबरदस्ती संबंध बनाना शुरू किया. विरोध करने पर शारीरिक व मानसिक रुप से प्रताड़ित करते थे.
मारने-पीटने के दौरान दांत भी तोड़ दिया. लीना दे हमेशा उसे गुलाबी रंग की दवा जबरन देती थी. वह कहीं भाग न जाये, इसलिए वह उसके पांव में घूंघरू बांघ कर रखते थे. दो बार भागने की कोशिश की, तो कुत्ते से कटवाया गया. वहीं, दोनों आरोपियों का कहना है कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है.