सिलीगुड़ी: सरकार और उद्योगपतियों के बीच का संबंध संदेहास्पद है, जबकि दोनों के बीच दोस्ताना संबंध होना चाहिए, तभी उस क्षेत्र के साथ समाज का भला होगा. यह कहना है माइक्रो एंड स्मॉल स्केल इंटरप्राइजेज एंड टेक्सटाइल, पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव आइएएस राजीव सिन्हा का.
वह सोमवार को कोंफेडेरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) और राज्य सरकार के लघु एवं खुदरा उद्योग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय ‘ ‘सायनर्जी सिलीगुड़ी-2014’को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बताया कि बैंक की ओर से वर्ष 2012 में बंगाल को 4 हजार 330 करोड़, जबकि गुजरात 4 हजार 200 रुपये का अनुदान मिला. वर्ष 2013 में गुजरात को 5 हजार 500 करोड़ और पश्चिम बंगाल को 8900 हजार करोड़ रुपये उधार मिला.
उन्होंने कहा कि एक उद्योग को फलने-फूलने के लिए बुनियादी संरचना मजबूत होना चाहिए. संड़क, यातायाता, बिजली पानी, राजनीतिक , सामाजिक माहौल बेहतर होना चाहिए. राजनीति अशांति का असर उद्योग धंधों पर अप्रत्यक्ष रूप से पड़ता है. कार्यक्रम का उदघाटन उत्तर बंग विकास मंत्री गौतम देव ने किया.
यह कार्यक्रम तीन दिनों तक देवीडांगा के पास सेविन किंगडम में आयोजित किया गया है. कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में राज्य मंत्री सपन देवनाथ, वन विभाग के मंत्री प्रभारी विनय कृष्ण वर्मन, अमल आचार्य, असीमा पात्र, विलसन चापरामारी, पार्षद नांटू पाल, सीआईआई के चेयरमैन पी के शाह सहित विभिन्न सदस्य उपस्थित थे.