10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एसजेडीए से नोटिस मिलते ही ठेकेदारों में हड़कंप

सिलीगुड़ी. समय पर काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने के सिलीगुड़ी जलपाइगुड़ी विकास प्राधिकरण(एसजेडीए) के फरमान के बाद ठेकेदारों में हड़कंप है. एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने यह फरमान जारी किया है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार उन्होंने ठेकेदारों की एक सूची भी तैयार कर ली है. इसके […]

सिलीगुड़ी. समय पर काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने के सिलीगुड़ी जलपाइगुड़ी विकास प्राधिकरण(एसजेडीए) के फरमान के बाद ठेकेदारों में हड़कंप है. एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने यह फरमान जारी किया है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार उन्होंने ठेकेदारों की एक सूची भी तैयार कर ली है. इसके अलावा कइ रूके परियोजनाओं के ठेकेदारों को एसजेडीए की ओर से नोटिस भी जारी भी कर दिया गया है. इस नोटिस के मिलने से ठेकेदारों में घबराहट है. ऐसे ठेकेदार नेता, मंत्री और चेयरमैन के घर व कार्यालय का चक्कर काटने लगे हैं.
हाल में सपंन्न विधानसभा चुनाव में विरोधियों को करारा जवाब देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने भारी बहुमत से सरकार गठन किया है. नयी सरकार के बने करीब छह माहीने गुजर चुके हैं. दोबार मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता बनर्जी ने अलीपुरद्वार के विधायक और जिला तृणमूल अध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती को एसजेडीए का चेयरमैन बनाया है.

एसजेडीए बोर्ड का भी गठन हो गया है. यह अलग बात है कि एसजेडीए बोर्ड में किसी जन प्रतिनिधि को शामिल नहीं किया गया है. इस बोर्ड में दार्जिलिंग और जलपाइगुड़ी जिले के कुछ प्रशासनिक अधिकारी शामिल है. नये बोर्ड का गठन हुए करीब तीन महीने बीत चुके हैं. सूत्रों के अनुसार पिछले वित्तीय वर्ष का कार्य ही अभी पूरा नहीं हुआ है. कइ बड़ी परियोजनायें अधर में लटकी हुयी हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसजेडीए की करीब 15 करोड़ रूपये की परियोजनायें रूकी हुयी है. इन सभी परियोजनाओं को विधानसभा चुनाव से पहले ही समाप्त किया जाना चाहिए था. सिर्फ ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से काम ठप है.

इन सभी परियोजनाओं में करीब छह से दस महीने की देरी हो गयी है. इनमें विधान नगर में निर्माणाधीन अनारस डेवलपमेंट यूनिट सबसे बड़ी परियोजना है. इसके अतिरिक्त जलपाइगुड़ी, राजगंज, डाबग्राम-फूलबाड़ी आदि इलाकों में कइ सड़क परियोजनाओं का काम भी शामिल हैं. मिली जानकारी के अनुसार काम में हो रही देरी के लिये एसजेडीए किसी भी रूप में दोषी नहीं है. क्योंकि एसजेडीए में ना ही कर्मचारियों की कमी है और ना ही रूपयों की. हाल ही में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रशासनिक बैठक के लिये उत्तर दिनाजपुर जिले में चोपड़ा आयी थी. इस बैठक के बाद उन्होंने एसजेडीए के विभिन्न परियोजनाओं का अवलोकन किया. उन्होंने पहले ही रिपोर्ट मंगवा ली थी.

कइ परियोजनाओं को काम रूके रहने से मुख्यमंत्री का पारा चढ़ गया. उन्होंने समय पर काम पूरा ना करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्देश चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती को दिया. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार श्री चक्रवर्ती ने सभी ठप परियोजनाओं का जायजा लिया. उन्हें लगा कि ठेकेदार वेवजह देरी कर रहे हैं. जिस काम को आठ से दस महीने पहले समाप्त हो जाना चाहिए था वह आज भी ठप है. पिछला कार्य पूरा ना कर पाने की स्थिति में एसजेडीए अन्य परियोजनाओं पर कार्य नहीं कर पा रही है. इसके बाद उन्होंने समय पर कार्य पूरा ना करने वाले ठेकेदारों की एक सूची तैयार की और नोटिस जारी किया . नोटिस में साफ तौर से निर्देश दिया गया है कि अविलंब कार्य पूरा ना करने पर ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जायेगा. नोटिस मिलने के बाद ही ठेकेदारों में हड़कंप है. ऐसे ठेकेदार चेयरमैन और अन्य नेता, मंत्रियों के हाथ-पैर पकड़ने लगे हैं.

इस संबंध में सिलीगुड़ी जलपाइगुड़ी विकास प्राधिकरण के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि ठप पड़ी परियोजनाओं को जल्द पूरा करने का एक निर्देश ठेकेदारों को जारी किया गया है. कइ परियोजनायें निर्धारित समय से करीब करीब वर्ष भर देरी से चल रही हैं. इसकी वजह से नयी परियोजनाओं का काम शुरू नहीं हो पा रहा है. समय पर काम पूरा ना करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड किये जाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने साफ-साफ दिया है. एसजेडीए के पास रूपयों व कर्मचारियों की कमी नहीं है. कार्यों में हो रही देरी के एकमात्र जिम्मेदार ठेकेदार ही हैं. उनकी लापरवाही का खामियाजा आमलोगों को भुगतना पड़ता है. इसे कतइ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें