सिलीगुड़ी: पिछले दो साल में उत्तर बंगाल में 34 श्रमिकों की मौत कुपोषण से हुई. इसके लिए जिम्मेदार तृणमूल सरकार है. मां-माटी -मानुष से सरोकार का दावा करने वाले को किसी से सरोकार नहीं है. श्रमिक को उचित वेतन नहीं मिलता.
स्वास्थ्य सेवा बदहाल है. दर्जनों समस्या से चाय श्रमिक परेशान है. यह कहना है इंटक के प्रदेश अध्यक्ष रोमेन पांडेय का. वें शनिवार को जिला इंटक द्वारा आयोजित कर्मी सभा को संबोधित कर रहे थे. इंटक के प्रदेश अध्यक्ष विजय नाथ ने कहा कि पहाड़ व डुवार्स में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की हालत काफी शोचनीय है.
उनके श्रम का मूल्य नहीं मिलता. इस कर्मी सभा में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शंकर मालाकार, नगर निगम की मेयर गंगोत्री दत्ता सहित विभिन्न सदस्य उपस्थित थे.