सिलीगुड़ी: आखिर डेंगू पूरे पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी शहर में ही हुआ! गांव अछूता रहा! इसका एक ही कारण है कि सिलीगुड़ी नगर निगम ने कोई काम नहीं किया. यहां तक डेंगू की रोकथाम के लिए 12 लाख स्वास्थ्य विभाग से दिया गया, उसका भी गबन कर गया. इन 12 लाख रूपये का राज्य सरकार हिसाब लेगी. किस मद में कितना खर्च किया है. यह कहना है राज्य की स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य का.
वह शनिवार को उत्तर बंगाल उन्नयन भवन में पत्रकारों को संबोधित कर रही थीं. स्वास्थ्य मंत्री ने आज नॉथ बंगाल मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधि और जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ विशेष बैठक की. बैठक में जिला स्वास्थ्य विभाग को डेंगू परीक्षण के लिए मशीन और उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल को डेंगू मरीजों के लिए सीट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू से लड़ने के लिए राज्य के पास पर्याप्त संसाधन है. उत्तर बंगाल् मेडिकल कॉलेज होस्पिटल को डेंगू से लड़ने के लिए दो करोड़ का अनुदान दिया जायेगा. हम चाहते है कि इसके रोकथाम के लिए हमारे पास आधुनिक तकनीक होना चाहिए. डेंगू से डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि नगर निगम केवल बैठकबाजी और बयानबाजी कर रही है. यदि बारिश से पहले जल -निकासी की व्यवस्था को दुरूस्त किया जाता, जंगल की साफ -सफाई की गयी होती, तो ऐसा नहीं होता. नगर निगम पर भोज के समय कुम्हड़ा रोपने की कहावत चरितार्थ होती है.