सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी रक्त की किल्लत से जूझ रही है. रक्त संकट के लिए शहरवासी सरकारी ब्लड बैंक के स्थान पर लायंस क्लब ऑफ सिलीगुड़ी तराई के ब्लड बैंक पर निर्भर रहती है. विगत जुलाई 2012 से लेकर जून 2013 तक इस संगठन की ओर से 13 हजार 446 यूनिट रक्त संग्रहित किये गये और 17 हजार 665 यूनिट रक्त जरूरतमंदों को दिये गये.
इस कमी को देखते हुये 67 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मेगा बल्ड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया है. यह जानकारी ब्लड बैंक के चेयरपर्सन नेरेंद्र मित्रुका ने मंगलवार को जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित एक प्रेस-वार्ता में दी. इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक अतुल झंवर, प्रियाक्षी बरूआ चौधरी,पीआरओ राजीव जैन सहित संगठन के विभिन्न सदस्य उपस्थित थे.
चेयरपर्सन नरेंद्र मित्रुका ने बताया कि गत वर्ष 13 कैंप आयोजित किये गये थे. इस वर्ष हम 20 कैंप करेंगे. हमारा लक्ष्य है कि हम एक हजार यूनिट रक्त संग्रहित करके इस संकट को दूर करे. कारण रक्त किसी कारखाने में तैयार नहीं किया जा सकता. कार्यक्रम संयोजक अतुल झंवर ने कहा कि रक्त की कोई जाति नहीं है. हमने मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारा में रक्तदान किया है. हम इस वर्ष थैलेसीमिया डे केयर सेंटर और यहां लेटेस्ट एपहेरेसीस मशीन लाना चाहते है. इस मशीन की खासियत है कि छह एक व्यक्ति के रक्त से छ यूनिट प्लेटलेट निकाल सकता है.