सूचना पाते ही प्रभारी अनिर्वाण भट्टाचार्य दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. श्री भट्टाचार्य के काफी समझाने-बुझाने के बावजूद भीप्रदर्शनकारी हाइवे पर घंटों डटे रहे. बाद में आरोपी पुलिस वालों के खिलफ कार्रवाइ करने की बात बोलने के लिए श्री भट्टाचार्य को मजबूर होना पड़ा आश्वत होने के बाद प्रदर्शनकारी भी हाइवे से हट गये. लेकिन वाहनों की लंबी कतारों से हाइवे को जाममुक्त कराने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
अष्टयाम आयोजक कमेटी के सदस्य बिपुल मंडल ने बताया कि पुलिस की अनुमति से ही मंगलवार से आश्रम में अष्टयाम कीर्त्तन दिन-रात चल रहा है. बीती रात करीब 10.30 बजे एक पुलिस ऑफिसर रसिक अलि दल-बल के साथ अचानक आश्रम में चले आये और नशे में धुत्त सभी पुलिस वालों ने जमकर तांडव मचाया. माइक, म्यूजिक सिस्टम व अन्य सामानों को फेंकने लगे.
उन्होंने कहा कि इनलोगों नेआश्रम में खूब तोड़-फोड़ किया. इसका विरोध करने पर श्रद्धालुओं के साथ गाली-गलौज एवं धक्का-मुक्की भी की. यहां तक की महिलाओं तक को भी नहीं बख्शा. पुलिस वालों का यह तांडव देख श्रद्धालु, रास लीला मंडली व कीर्त्तन मंडली के सदस्य सभी आतंकित हो गये. बाध्य होकर अष्टयाम में कुछ घंटों के लिए बंद करना पड़ा. एनजेपी पुलिस चौकी में आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ आश्रम में उपद्रव मचाने, तोड़-फोड़ करने, लोगों के साथ अभद्र व्यवहार करने, लोगों को धक्का देने का मामला दर्ज कराया गया है. यह अष्टयाम कल यानी रविकार की रात 12 बजे समापन होगा.