सिलीगुड़ी : शिक्षक संस्थान को फाइव स्टार होटल की तरह सजाने-संवारने, एसी की सुविधा देने, टाई-कोर्ट पहनाने से अच्छे छात्र नहीं तैयार हो सकते. इसके लिए दक्ष शिक्षक, बेहतर लाइब्रेरी, शिक्षक और छात्रों के साथ बेहतर ताल -मेल. बेहतर पाठ्यक्रम और उसके साथ उसके उज्जवल कैरियल के लिए बेहतर प्लेसमेंट की जरूरत है. ताकि छात्र जब यहां से डिग्री लेकर बाहर निकले, तो स्वयं को ठगा सा महसूस ना करे. यह कहना है टेक्नोलॉजी एजुकेशन एंड रिसर्च इंटेग्रेटेड इंस्टीट्यूशन(टैरी) के सलाहकार व हरयाणा और उत्तराखंड, तकनीकी व शिक्षा विभाग के पूर्व निदेशक प्रो. एम पी गुप्ता ने दी. टैरी की ओर से जंक्शन स्थित हॉटल राज दरबार में स्पॉट एडमीशन की व्यवस्था की गयी. यह संस्थान हरयाणा, कुरूक्षेत्र में 20 एकड़ में फैला है.
यहां हॉस्टल, कैंटिन के साथ खेलकूद की उचित व्यवस्था. पत्रकारों को संबोधित करते हुये प्रो.एमपी गुप्ता ने बताया कि मैं तकनीकी शिक्षा विभाग में कई वर्षो तक रहा.
कई नयी परियोजना शुरू की. लेकिन जो मैं करना चाहता था तथा एक क्वालिटीफुल इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए जो मेरे सपने थे, वह वहां रहकर मैं कभी नहीं कर पाता. मैं जनवरी, 2012 से इस संस्थान से जुड़ा. फिलहाल 2300 छात्र है. 393 छात्रों को प्लेसमैंन भी हुआ. 37 अच्छे कंपनी से टाइअप है. यहां पढ़कर हमारे छात्र हाथ खर्च भी निकाल रहे है. यह संस्थान ज्ञान कुंड एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा परिचालीत है. यह कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय और एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त है.