सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के आलू एवं प्याज गद्दी में मजदूरों के साथ पिछले कुछ महीनों से जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थिति यह है कि गद्दी की सभी दुकानें तो खुली हुई हैं, लेकिन यहां किसी प्रकार का कोई काम-काज नहीं हो रहा है.
इसकी वजह से यहां व्यवसाय कर रहे 53 व्यवसायियों के अस्तित्व पर संकट पैदा हो गया है. इस मुद्दे पर आज सिलीगुड़ी में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिलीगुड़ी आलू पट्टी पोटेटो ऐंड यूनियन मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के महासचिव रामावतार प्रसाद ने कहा है कि तृणमूल के मजदूर संगठन आइएनटीटीयूसी के नेताओं की दादागिरी के कारण अब व्यवसाय करना मुश्किल हो गया है.
आइएनटीटीयूसी के मजदूर जब तब काम बंद कर देते हैं, जिसकी वजह से उन लोगों के व्यवसाय को काफी नुकसान हो रहा है. इस मुद्दे को लेकर उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव से भी बातचीत की गई. उन्होंने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ है. उन्होंने आइएनटीटीयूसी अनुमोदित रेगुलेटेड मार्केट परमानेंट टेम्प्रोरी गद्दी वर्कर्स ऐंड मजदूर यूनियन के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि आलू और प्याज पट्टी के गद्दी मालिक आलू और प्याज का स्टॉक जमा कर बाजार कालाबाजारी करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गद्दी के व्यवसायी ऐसा कुछ भी नहीं कर रहे हैं.
वास्तविक स्थिति यह है कि तृणमूल संगठन से जुड़े मजदूरों द्वारा समस्या उत्पन्न करने के कारण वह कोई काम नहीं कर पा रहे हैं. उनकी दुकानें खुली हुई है, लेकिन काम-काज बंद है. श्री प्रसाद ने आगे कहा कि मजदूरों के आक्रामक रवैये से व्यवसायियों में भय का माहौल बना हुआ है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मजदूरों से इस मुद्दे पर समाधान निकालने के लिए कई बार बातचीत की गई, लेकिन इसका लाभ नहीं हुआ. वह सभी मुद्दों पर मजदूरों के साथ बातचीत कर समाधान निकालना चाहते हैं. बातचीत के लिए मजदूर यूनियन के नेता अरुप रतन घोष को कई बार चिट्ठी दी गई, लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया.
संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित संगठन के पूर्व अध्यक्ष रघुवंश प्रसाद ने कहा कि इस पूरे मुद्दे को लेकर राजनीति हो रही है. उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहती हैं कि कहीं भी हड़ताल न हो और सभी जगह काम-काज सामान्य रूप से चले, लेकिन यहां इनकी ही पार्टी के लोग हड़ताल कर रहे हैं और व्यवसायियों को डरा-धमका रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि यही स्थिति आगे भी बनी रही, तो वह लोग सिलीगुड़ी छोड़कर पूर्णिया के गुलाब बाग अथवा अन्यत्र व्यवसाय करने चले जायेंगे. श्री प्रसाद ने आगे कहा कि हमारे यहां माल महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, बिहार आदि से आता है. हमलोग तीन प्रतिशत की दर से कमीशन पर काम करते हैं. यहां मजदूरों की समस्या के कारण बाहर के व्यवसायी माल भेजने से कतराने लगे हैं. उन्होंने सरकार से शीघ्र ही इस समस्या के समाधान की मांग की.