विश्वविद्यालय के तीन नंबर गेट के रास्ते पर कब्जा

पुनर्वास की जमीन मिलने पर भी नहीं छोड़ रहे बीएलआरओ ने छानबीन कर कार्रवाई की बात कही बागडोगरा : 30 सालों से आठारोखाई ग्राम पंचायत इलाके के एक रास्ते पर कुछ लोगों ने जानबूझकर कब्जा कर रखा है. माटीगाड़ा ब्लॉक के बीएलआरओ के पास सोमवार को स्थानीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से शिकायत की गयी. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 14, 2019 1:02 AM

पुनर्वास की जमीन मिलने पर भी नहीं छोड़ रहे

बीएलआरओ ने छानबीन कर कार्रवाई की बात कही
बागडोगरा : 30 सालों से आठारोखाई ग्राम पंचायत इलाके के एक रास्ते पर कुछ लोगों ने जानबूझकर कब्जा कर रखा है. माटीगाड़ा ब्लॉक के बीएलआरओ के पास सोमवार को स्थानीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से शिकायत की गयी. आरोप है कि वहां कब्जा करके बसने वाले 33 परिवारों को निज गृह निज भूमी योजना के तहत तीन-तीन कट्ठा जमीन प्रदान किया गया है.इसके बावजूद कुछ परिवार वहां से नहीं हटे हैं. कुछ लोगों ने पट्टे में मिली जमीन किसी और को बेच
दी है.
बीते 7 मई से आठारोखाई ग्राम पंचायत की ओर से अर्थमूवर की मदद से इस रास्ते को कब्जा मुक्त किया जा रहा है. लेकिन जिस स्थान पर इन 33 परिवार बसते हैं. उसे कब्जामुक्त नहीं किया जा सका. इसके लिए सोमवार को तृणमूल माटीगाड़ा ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष दुर्लभ चक्रवर्ती, भाष्कर घोष सहित पार्टी कार्यकर्ता बीएलआरओ कार्यालय पहुंचे.
दुर्लभ चक्रवर्ती ने बताया कि विश्वविद्यालय के 3 नंबर गेट से खरग सिंह रोड तक 1.25 किलोमीटर रास्ता 30 सालों से बंद रहने के कारण इसपर कब्जा हो गया.
तृणमूल माध्यमिक शिक्षक समिति के जिलाध्यक्ष सुप्रकाश राय ने कहा कि रास्ता खुल जाने पर श्रीनरसिंह विद्यापीठ, आठारोखाई बालिका विद्यालय के अनेक विद्यार्थियों सहित इलाकावासियों को सुविधा होगी.
शिकायत में कहा गया है कि जिन्होंने पट्टा मिलने के बाद भी जमीन को कब्जमुक्त नहीं किया है. उन्हें कब्जामुक्त कर उनके जमीन का पट्टा भी रद्द कर दिया जाये. मामले पर बीएलआरओ दुर्जय राय ने कहा कि वह रास्ता सरकारी है. वह मंगलवार को आरआई को वहां भेजकर मामले की छानबीन कर उचित
कार्रवाई करेंगे.

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